सक्सेस स्टोरी में शामिल होगी नगला अकोली गांव की कहानी, जानें क्या है खास?
लखनऊ: अब स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) की सक्सेस स्टोरी में एटा के मारहरा विधानसभा क्षेत्र के नगला अकोली गांव की कहानी भी शामिल होगी, कि किस तरह इस गांव को एक दिन में खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) घोषित कर दिया गया। देश भर के ग्रामीणों के लिए यह प्रेरणा का काम करेगी। क्षेत्रीय विधायक वीरेन्द्र सिंह लोधी ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, कि 'एक दिन में गांव में हुए इस अद्भुत काम को सक्सेस स्टोरी में शामिल करने के लिए एसबीएम की तरफ से सहमति मिल गई है। उनसे काम से जुड़े कुछ और डिटेल मांगे गए हैं।'
वीरेंन्द्र सिंह लोधी कहते हैं, कि जब उन्हें पता चला कि गांव में शौचालय नहीं है तो उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। गांव में चौपाल लगाकर लोगों की राय जानी गई और फिर तय हुआ कि 10 दिसम्बर को गांव को खुले में शौच से मुक्त कर दिया जाएगा और ग्रामीणों के खातों में सीधे 'भीम एप' के जरिए निर्माण के लिए दिया जाने वाली धनराशि ट्रांसफर की जाएगी।
... और तारीख बना गवाह
लोधी ने बताया, कि 'बैठक में ग्रामीणों ने खिचड़ी भोज का भी प्रस्ताव रखा। इस पर सर्वसम्मति से मुहर लगी। फिर क्या था चाहे जन प्रतिनिधि हों या ग्रामीण, अफसर-कर्मचारी सभी इस मकसद को पूरा करने में जुट गए। पहले ग्राम प्रधान राजवीर को शौचालय बनाने के लिए आवश्यक सामानों की सूची सौंपी गई और 9 दिसम्बर को ही शौचालय बनाने के लिए सोख्ता गडढा खोद का तैयार कर लिया गया। फिर 10 दिसम्बर को वह दिन आया, जो एक दिन में गांव को ओडीएफ घोषित करने का गवाह बना।'
एक दिन में बने 98 शौचालय
बता दें, कि 'इस गांव को दुनिया भर में पहले ऐसे गांव का तमगा मिला। जहां एक दिन में 98 शौचालय बने। शौचालय के प्रवेश द्वार पर रंगीन दरवाजे लगाए गएं और इन्हें इज्जत घर का नाम दिया गया। भीम एप के जरिए ग्रामीणों के खातों में निर्माण की धनराशि भी ट्रांसफर की दी गई। काम पूरा होने के बाद ग्रामीणों ने एक साथ बैठक भोज किया। इसमें धर्म और जाति के सारे बंधन टूट गए। स्थानीय सांसद राजवीर समेत तमाम जनप्रतिनिधियों ने इसमें श्रम दान किया।