'निर्भया' के दोषियों की सजा पर चाचा-बाबा ने ऐसे मनाई खुशियां, जश्न में डूबा पूरा गांव
बलिया: दिल्ली समेत पूरे देश का दिल दहला देने वाले 'निर्भया कांड' पर आठ साल बाद पटियाला हाउस कोर्ट ने चार दोषियों के खिलाफ फांसी की तारीख का ऐलान कर दिया। साल 2012 में हुई इस घटना के बाद निर्भया के परिवार समेत पूरे देश को इस फैसले का इंतज़ार है। वहीं जैसे ही कोर्ट ने दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया तो 'निर्भया' के गाँव में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी। ये फैसला किसी जश्न से कम नहीं था। निर्भया के चाचा और बाबा ने पूरे गाँव में मिठाई बाँट कर खुशियाँ मनाई।
22 जनवरी को चारों दोषियों को दी जाएगी फांसी:
देश की राजधानी दिल्ली में 2012 में हुए निर्भया रेप केस मामले में मंगलवार को पटियाला हाउस कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है। कोर्ट ने सुनवाई के बाद फैसला सुनाते हुए दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया है। इसके तहत अब सभी चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में 22 जनवरी को सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा।
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पूरे गाँव में बांटी गयी मिठाई:
वहीं कोर्ट के फैसले के बाद 'निर्भया' के गांव में खुशी का माहौल है। सुबह से ही लोगों की निगाहें टीवी पर टिकी थीं। लोग बस इस बात का इंतजार कर रहे थे कि दोषियों को कब फांसी दी जाएगी। सब बेसब्री से फैसले के इंतज़ार में थे। जैसे ही मीडिया ने कोर्ट का फैसला प्रसारित किया, कड़ाके की ठंड के बावजूद पूरा गाँव एकत्र हो गया। 'निर्भया' के चाचा और बाबा ने तो सभी को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया और न्यायालय को धन्यवाद दिया।
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गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में नरही थाना क्षेत्र के अंतर्गत 'निर्भया' का पैतृक गाँव है। फैसले के बाद 'निर्भया' के बाबा ने कहा कि उसकी मां ने न्याय के लिए लंबा संघर्ष किया। देश में ऐसी व्यवस्था नहीं होनी चाहिए। इस तरह के केस में त्वरित न्याय की व्यवस्था होनी चाहिए। वो ('निर्भया' की मां) सरकार से लेकर कोर्ट तक दौड़ कर थक गई थीं। अब जब न्यायालय ने फांसी की तारीख निश्चित कर दी है तो घर के सभी लोगों को सुकून मिला है। देर भले हुई लेकिन परिवार को न्याय मिला जिसके लिए जज धन्यवाद के पात्र हैं।