उरे के महाप्रबंधक ने “शान-ए-अवध”डिब्बों का किया निरीक्षण
उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने आज लखनऊ-कानपुर रेल सेक्शन का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने गोमती एक्सप्रेस के लिए चिन्हित नये “शान-ए-अवध”डिब्बों के साथ् मार्ग के विभिन्न्ा स्टेशनों पर ट्रैक टैम्पिंग मशीनों, आपातकालीन समय में राहत कार्य के लिए पहुँचने
लखनऊ: उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने 2फरवरी को लखनऊ-कानपुर रेल सेक्शन का निरीक्षण किया। महाप्रबंधक ने गोमती एक्सप्रेस के लिए चिन्हित नये “शान-ए-अवध”डिब्बों के साथ् मार्ग के विभिन्न्ा स्टेशनों पर ट्रैक टैम्पिंग मशीनों, आपातकालीन समय में राहत कार्य के लिए पहुँचने वाले रेल-कम-रोड़ व्हीकल के साथ-साथ इंफ्रारैड हॉट डिटैक्टर डिवाइस, बायो-टॉयलट मॉड़ल, संरक्षा यूटिलिटी मॉडल जैसी मशीनों और परिचालन उपकरणों का निरीक्षण किया।उनके साथ उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक, प्रमुख विभागाध्यक्ष एवं वरिष्ठ मंडल अधिकारी उपस्थित थे।
स्टेशनों का किया निरीक्षण
महाप्रबंधक ने हरौनी, अजगैन, उन्नाव, कानपुर ब्रिज लेफ्ट बैंक, पिपरसंड और मानक नगर स्टेशनों का निरीक्षण किया।लक्ष्यबद्ध ट्रैक ले-आउट, मोड़, पुलों के ढाँचे इत्यादि का निरीक्षण करने के साथ-साथ मार्गस्त सेक्शनों पर ट्रैक दलों के साथ बातचीत भी की।मार्ग में मीडिया और प्रेस के लोगों के साथ बातचीत करके उन्हें चल रहे मौजूदा रेल विकास कार्यक्रमों से अवगत कराया।
महाप्रबंधक ने लखनऊ रेलवे स्टेशन से अपना निरीक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ किया।उन्होंने शान-ए-अवध डिब्बों को बड़े उत्साह के साथ देखा।इन डिब्बों को गोमती एक्सप्रेस के रैक में लगाया जायेगा।इन डिब्बों को लखनऊ स्थित कोच केयर सेन्टर द्वारा मौजूदा मिड-लाइफ कोचों में सुधार करके उन्हें और आरामदायक बनाया गया है।महाप्रबंधक ने रेल-कम-रोड व्हीकल का भी जायजा लिया।श्री चौबे ने प्रथम श्रेणी प्रतीक्षालय के साथ-साथ इंफ्रारैड हॉट डिटैक्टर डिवाइस और बायो-टॉयलट मॉडल भी देखे ।
मानक नगर-अमौसी-पिपरसंड रेल सेक्शन पर 120 किलोमीटर प्रति घंटा की गति सीमा से चलने वाली तीव्रगामी रेलगाड़ी के परीक्षण में भी सम्मिलित हुए।इस रेल सेक्शन पर 28 पुल 6 समपार और 10 मोड़ हैं।तत्पश्चात मार्ग पर उन्होंने हरौनी रेलवे स्टेशन का निरीक्षण किया।उन्होंने वहां एक नये फुट-ओवर-ब्रिज का उदघाटन किया और एक तकनीक आधारित ट्रैक मशीन मॉडर्न 3-X टैम्पिंग एक्सप्रेस को भी देखा ।
इसके उपरान्त श्री चौबे ने अजगैन रेलवे स्टेशन का विस्तृत निरीक्षण किया। उन्होंने पावर सब-स्टेशन के साथ-साथ रेल फाटक पर लगे स्लाइडिंग बूम को भी देखा । उन्होंने वहां निरीक्षकों के विश्राम कक्ष का भी उदघाटन किया । उन्होंने इस विश्राम कक्ष में बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराने की निर्देश दिए ।
महाप्रबंधक ने अगले मार्गस्थ स्टेशन उन्नाव का भी निरीक्षण किया । उन्होंने रेलवे कालोनी का भी जायजा लिया।उन्होंने वहां सहायक दलों द्वारा किए जा रहे स्मॉल ट्रैक मशीन, वैल्डिंग एवं यूएसएफडी ट्रैक टेस्टिंग को भी देखा ।
कानपुर पुल स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया
इसके बाद, उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने कानपुर पुल स्टेशन परिसर के साथ-साथ उन्होंने कानपुर ब्रिज जो कि पुल संख्या 110 के नाम से प्रसिद्ध है, के लेफ्ट बैंक का निरीक्षण किया । इसके बाद वे हरौनी और पिपरसंड स्टेशन भी गए और वहां मोड़ संख्या 18, छोटा पुल संख्या 34 पिपरसंड ईस्ट यार्ड में टर्न आउटों,स्विचों और यार्ड में एक्सपेंशन ज्वाइंटों को भी देखा । उन्होंने रेल सेक्शन पर गैंग नं0-3 पर तैनात कर्मचारियों से भी बातचीत की।समपार संख्या 12सी पर तैनात गेटमैन,श्री रामवृक्ष सिंह से उन्होंने सुरक्षित कार्य नियमों के संबंध में सवाल किए और उन्हें तीन हजार रूपये के नकद पुरस्कार की घोषणा की ।
उन्होंने पिपरसंड स्टेशन परिसर का निरीक्षण किया और वहां वृक्षारोपण कार्यक्रम में भी भाग लिया। लखनऊ वापस लौटने से पहले उन्होंने मानक नगर स्टेशन का व्यापक निरीक्षण किया और स्टेशन पर रेल संरक्षा विषय पर आयोजित नुक्कड नाटक भी देखा ।
रेलवे यूनियनों एवं एसोसिएशनों के सदस्यों से भी मुलाकात की
महाप्रबंधक ने रेलवे यूनियनों एवं एसोसिएशनों के सदस्यों से भी मुलाकात की।वे विभिन्न स्टेशनों पर प्रैस एवं मीडिया के लोगों से भी मिले और उन्हें क्षेत्र में चल रही विभिन्न रेल परियोजनाओं की प्रगति से अवगत कराया । उन्होंने विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर रेलयात्रियों के दैनिक यात्री संघ के सदस्यों से भी बातचीत की ।