हाथरस पर बड़ी खबर: योगी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के सामने खुद को बताया पाकसाफ
यूपी सरकार ने अपने हलफनामे में बताया कि खुफिया विभाग के मुताबिक 29 सितंबर से कुछ लोग हालात को खराब करना चाहते थे। जिसकी शुरुआत दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल से हुई थी।
नई दिल्ली: हाथरस मामले की सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान यूपी सरकार ने खुद को पाकसाफ बताते हुए अपना हलफनामा दाखिल किया है। प्रदेश सरकार ने दावा किया है कि हाथरस के बहाने राज्य में दंगा कराने की साजिश रची गई थी। इस मामले में मथुरा से चार लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
ये भी पढ़ें:हाथरस दोषियों को फांसी: आप ने की ये मांग, पूरे यूपी में शुरू हुआ प्रदर्शन
खुफिया विभाग के मुताबिक 29 सितंबर से कुछ लोग हालात को खराब करना चाहते थे
यूपी सरकार ने अपने हलफनामे में बताया कि खुफिया विभाग के मुताबिक 29 सितंबर से कुछ लोग हालात को खराब करना चाहते थे। जिसकी शुरुआत दिल्ली के सफदरजंग हॉस्पिटल से हुई थी। सरकार ने बताया कि इसके अलावा कुछ लोगों ने 30 सितंबर को हाथरस में जमा हो कर दंगा भड़काने की साजिश रची थी। मामले को जातीय और धार्मिक रंग देने की कोशिश थी।
केस की सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायधीष एसए बोबड़े ने इस केस को शॉकिंग केस बताया है। याचिककर्ता के वकील की ओर से कोर्ट की निगरानी में जांच की बात कही गई। इस पर चीफ जस्टिस आफ इंडिया ने पूछा कि आप इलाहाबाद हाईकोर्ट क्यों नहीं गए। पीड़िता की तरफ से इन्दिरा जयसिह ने कहा कि परिवार सीबीआई जाच नही चाहता। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी मे एसआईटी से करा जाच।
ये भी पढ़ें:ड्रग्स केस: अंडरवर्ल्ड डॉन के बेटे के ठिकानों पर CCB का छापा, कई एक्ट्रेसेस भी फंसी
यूपी सरकार ने बताया कि 14 सितंबर को घटना हुई। शुरुआत में लड़की के बयान के आधार पर हत्या का प्रयास और छेड़छाड़ का केस दर्ज किया गया। इसके बाद लड़की का दोबारा आईओ ने बयान लिया तब उसने बताया कि चार लड़कों ने उसका रेप किया और गला दबाने की कोशिश की। फिर उस बयान के आधार पर गैंग रेप की धारा जोड़ी गई और लड़की का सेक्सुअल असॉल्ट फॉरेंसिक टेस्ट कराया गया। रिपोर्ट में कहा गया कि पहली नजर में रेप नहीं लगता।
श्रीधर अग्निहोत्री
दोस्तों देश दुनिया की और खबरों को तेजी से जानने के लिए बनें रहें न्यूजट्रैक के साथ। हमें फेसबुक पर फॉलों करने के लिए @newstrack और ट्विटर पर फॉलो करने के लिए @newstrackmedia पर क्लिक करें।