Ayodhya Panchkoshi Parikrama 2022: देवोत्थानी एकादशी पर जय श्री राम और हर हर महादेव के घोष के साथ शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा

Ayodhya Panchkoshi Parikrama 2022: 2022 कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की देवोत्थानी एकादशी पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालु आस्था से लबरेज नजर आए।

Report :  NathBux Singh
Update: 2022-11-04 08:51 GMT

Ayodhya Panchkoshi Parikrama 2022

Ayodhya Panchkoshi Parikrama 2022: 2022 कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की देवोत्थानी एकादशी (Devotthani Ekadashi) पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शुरू हुई पंचकोसी परिक्रमा में श्रद्धालु आस्था से लबरेज नजर आए। परिक्रमा मार्ग पर जय श्रीराम, हर-हर महादेव का उद्घोष गूंजने लगा। हाथों में मजीरे, ढोल व हरमोनियम की धुन पर रामनाम संकीर्तन कीर्तन के साथ बड़ी संख्या में परिक्रमा शुरू की। परिक्रमार्थियों को किसी भी प्रकार की कोई असुविधा न हो इसको लेकर जिला व पुलिस प्रशासन की ओर से सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

पंचकोसी परिक्रमा पथ पर लगा श्रद्धालुओं का तांता

कार्तिक मास की प्रसिद्ध पंचकोसी परिक्रमा पथ (Ayodhya Panchkoshi Parikrama Path) पर श्रद्धालुओं का तांता लग, रहा यह परिक्रमा शुक्रवार की शाम 7.02 बजे तक चलेगी। परिक्रमा को शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न कराने के लिए प्रशासन और पुलिस बल ने विशेष प्रबंध किये हैं। परिक्रमा क्षेत्र में बाहर से आने वाले वाहनों पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है जो परिक्रमा समाप्ति के बाद ही खोला जायेगा। पंचकोसी परिक्रमा पथ पर स्वयंसेवी संस्थाओं और सरकारी विभागों ने खास तौर पर स्वास्थ्य विभाग ने चिकित्सा व सेवा शिविरों का आयोजन किया गया है।

एकादशी तिथि और समय

हनुमत संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व आचार्य हरफूल शास्त्री के अनुसार एकादशी तिथि गुरुवार को रात्रि 8.51 बजे से शुरू होकर शुक्रवार को सायं 7.02 बजे तक रहेगी। नगर निगम की तरफ़ से श्रद्धालुओं के लिए जगह जगह विश्राम स्थल बनाये गए हैं। पूरे परिक्रमा मार्ग पर बालू डलवाया गया जिससे श्रद्धालुओं के पैर में कंकड़ पत्थर न लगे। पुलिस प्रशासन की ओर से जगह जगह बैरिकेडिंग लगाई गई है।

पूरी परिक्रमा को ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है: CO

सीओ अयोध्या डॉक्टर राजेश सिंह ने बताया कि श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न हो इसके लिए भारी पुलिस बल लगाया गया है। पूरी परिक्रमा को ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। हाइवे पर रुट डाइवर्जन किया गया है, उन्होंने बताया कि जिस प्रकार चौदह कोसी परिक्रमा में 40 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने परिक्रमा की और अनुमान ये लगाया जा रहा है की पंचकोसी परिक्रमा में उससे ढेड़ गुना भीड़ होगी। जिला प्रशासन ने पूरे मेला क्षेत्र को पांच जोन में बांटकर सुरक्षा व्यवस्था का प्रबंध किया किया। सभी चिह्नित बिंदुओं पर सुरक्षा कर्मियों की तैनाती के अलावा जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेटों व स्टेटिक मजिस्ट्रेट एवं उनके साथ एएसपी व डिप्टी एसपी स्तर के पुलिस अधिकारियों की तैनाती की गई है।

परिक्रमा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम: एसएसपी

एसएसपी प्रशांत वर्मा का कहना है कि परिक्रमा को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के व्यापक इंतजाम किए गए है। जगह-जगह पुलिस कर्मियों की तैनाती के साथ ही घाटों पर जल पुलिस व एसडीआरएफ की टीम भी लगाई गई है। वहीं जिलाधिकारी नितीश कुमार ने बताया कि परिक्रमा मेला को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए पूरे परिक्रमा क्षेत्र को तीन जोन में विभाजित किया गया। साथ ही जोनल, सेक्टर, सब सेक्टर व स्टैटिक मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।

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