Bulandshahr News: बाल संप्रेक्षण गृह में किशोर की मौत से हड़कम्प, परिजनों ने लगाया थर्ड डिग्री देने का आरोप

Bulandshahr News: मृतक बाल बन्दी के परिजनों ने बाल सम्प्रेक्षण गृह के रक्षकों पर थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा सनसनी फैला दी है।

Report :  Sandeep Tayal
Published By :  Monika
Update: 2021-09-07 06:24 GMT

मृतक किशोर का परिवार (फोटो : सोशल मीडिया )

Bulandshahr News: बुलंदशहर के राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में नाबालिग को अगवा कर रेप के आरोपी एक किशोर बन्दी का शव संदिग्ध परिस्थितियों में लटका मिलने से हड़कंप मच गया। मृतक बाल बन्दी के परिजनों ने बाल सम्प्रेक्षण गृह के रक्षकों पर थर्ड डिग्री देने का आरोप लगा सनसनी फैला दी है। हालांकि प्रशासन ने सभी आरोपों को नकारते हुए बाल बन्दी की मौत को सुसाइड करार दिया है।

अमरोहा जनपद के गजरौला निवासी किशोर रोहित का सोमवार को शौचालय में पायजामे के नाडे से लटका हुआ शव मिला था, रोहित का शव मिलने की खबर से बाल बंदी गृह में हड़कंप मच गया। बताया जाता है कि आनन फानन में मौके पर पहुचे अधिकारियों ने घटना स्थल का निरीक्षण कर शव को उतरवा पोस्टम को भेज मामले की जानकारी मृतक के परिजनों को दी।

किशोर (फोटो : सोशल मीडिया )

पिता का आरोप..रोहित को किया गया थर्ड डिग्री टॉर्चर!

जैसे ही रोहित के परिजन बुलंदशहर पहुँचे तो उसके पिता ने राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह के 4 कर्मचारियों पर गंभीर आरोप लगा डाले। रोहित के पिता सरदार सिंह का आरोप है कि बाल बंदी गृह में रोहित का थर्ड डिग्री टॉर्चर किया जाता था।

सरदार सिंह का कहना है अमरोहा जनपद के गजरौला के रहने वाले रोहित को लड़की भगा ले जाने के जुर्म में बाल बन्दी गृह में 30 जुलाई को लाया गया था। बाल बन्दी गृह से 16 अगस्त को रोहित और अन्य चार बन्दी बाल बन्दी गृह का ताला तोड़कर फरार हो गए थे। 18 अगस्त को रोहित ने हापुड़ जुविनाइल कोर्ट में सरेंडर किया था। हापुड़ जुविनाइल कोर्ट में सरेंडर करते समय रोहित के पिता ने बाल बन्दी ग्रह प्रशासन पर रोहित को प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था, साथ ही कोर्ट से प्रताड़ित नहीं करने की गुहार भी लगाई थी। इसके बाद रोहित को फिर से बुलंदशहर बाल बन्दी ग्रह लाया गया। वहीं रोहित के परिजनों ने बाल बन्दी ग्रह प्रशासन पर रोहित को थर्ड डिग्री देने का आरोप लगाया है। इतना ही नहीं परिजनों का दावा है कि रोहित को बन्दी गृह के स्टाफ से जान का खतरा बना हुआ था। जिसकी रोहित ने आशंका भी जाहिर की थी। रोहित के पिता की मानें तो बाल बन्दियों ने बन्दी ग्रह के स्टाफ की शह पर रोहित के साथ मारपीट की थी। जिससे उसकी कोल्हे की हड्डी और पसलियां भी टूट गई थी। परिजनों के मुताबिक बन्दी ग्रह प्रशासन रोहित से इस वजह से नाराज रहता था, क्योंकि वह अपने परिजनों से बन्दी ग्रह के स्टाफ के आचरण की शिकायत करता था।

सिटी मजिस्ट्रेट को सौपी जांच

फिलहाल परिजनों के आरोप के आधार पर डीएम बुलंदशहर रविन्द्र कुमार ने सिटी मजिस्ट्रेट को मामले की जांच सौंप दी है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी हो सके।राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में रोहित की मौत को भले ही प्रशासन आत्महत्या बता रहा हो मगर रोहित की मौत का मामला संगीन होने के कारण अभी जिम्मेदार अधिकारी ऑन कैमरा बोलने से बच रहे है। हालांकि डीएम ने मामले की जांच सिटी मजिस्ट्रेट को सौप शीघ्र रिपोर्ट तलब की है।

अन्य बंदियों के बयान व सीसीटीवी फुटेज जांच

सूत्रों की माने तो जांच के दौरान राजकीय बाल बंदी संप्रेक्षण गृह में रह रहे अन्य बंधुओं से भी पूछताछ कर उनके बयान कलम बंद किए जा सकते हैं जिससे हत्या और आत्महत्या की गुत्थी को सुलझाने में मदद मिल सकती है।

राष्ट्रीय बाल संप्रेक्षण गृह में लगे सीसीटीवी कैमरे भी जांच के दायरे में लाए जा सकते हैं सूत्रों की मानें तो जांच अधिकारी राजकीय बाल संप्रेक्षण गृह में लगे सीसीटीवी कैमरे की फुटेज का बारीकी से निरीक्षण कर मामले की जांच में शामिल कर सकते हैं।

मृतक बाल बंदी के पिता ने करवाया FIR 

वही दूसरी तरफ ताजा अपडेट से पता चला है कि बुलंदशहर राजकीय बाल सम्प्रेक्षण गृह में बाल बन्दी की हत्या के आरोप में 5 बाल बंदी व किशोरी के माता-पिता सहित 8 पर हुई FIR दर्ज। ये FIR मृतक बाल बंदी रोहित के पिता ने कोतवाली नगर बलंदशहर में दर्ज कराई है। दर्ज एफआईआर के मुताबिक जिस लड़की के मामले में रोहित को बन्दी गृह में बंद किया गया था उस लड़की के परिजनों ने बाल बन्दियों से कराई हत्या।

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