भीषण हादसा: फैक्ट्री की छत गिरने से मजदूरों पर भारी आफत, आधा दर्जन से ज्यादा दबे मलबे में, रेस्क्यू जारी

Bulandshahr : बुलंदशहर में भीषण हादसा हो गया। यहां आर के इंसुलेटर पॉटरी फैक्ट्री की छत गिरने से बड़ा हादसा हो गया।

Report :  Sandeep Tayal
Written By :  Vidushi Mishra
Update: 2022-01-28 05:51 GMT

Bulandshahr: बुलंदशहर के ख़ुर्जा में महाशक्ति पॉटरी फैक्ट्री की छत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी, जिसमे एक महिला मजदूर की मौत हो गयी, जब कि 5 मजदूरों के दबे होने की आशंका बनी है फिलहाल एक महिला सहित 2 मजदूरों को मलबे से निकालकर अस्पताल पहुंचा दिया गया है। पाटरी फैक्ट्री में काम करने वाली महिला मजदूर शकुंतला (55) इलाज के दौरान मौत हो गई है। दूसरे घायल मजदूर हालत भी नाजुक बताई जा रही है।

मौके पर बुलंदशहर के जिला अधिकारी चंद्र प्रकाश सिंह और डीआईजी बने एसपी संतोष कुमार सिंह पहुंच गए हैं एनडीआरएफ की टीम मलवा हटाने के लिए और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए बुलाई गई है हालांकि मजदूरों के कुछ परिवार अभी अपने सदस्यों की तलाश में जुटे हैं आशंका जताई जा रही है कि अभी तीन से चार लोग और दबे हो सकते हैं।

आधा दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका

बुलंदशहर के खुर्जा के पॉटरी सेंटर एरिया में स्थित महाशक्ति पॉटरी में इंसुलेटर बनाने का कार्य होता है। शुक्रवार को पॉटरी स्थित एक एरिया में अचानक भरभरा कर गटर पटिया से बनी छत गिर गई। जिससे मौके पर अफरातफरी का माहौल बन गया। पाटरी फैक्ट्री में काम करने वाले मजदूरों की माने तो करीब आधा दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका है।

हालांकि मौके पर मौजूद अन्य मजदूरों ने मलबे से 2 मजदूरों को निकाल लिया गया पाटिल फैक्ट्री में काम करने वाली महिला मजदूर शकुंतला की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। आनन-फानन में मौके पर तीन एंबुलेंस भी पहुंच गई।

घायल मजदूरों को खुर्जा के कैलाश हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया मामले की जानकारी पाकर बुलंदशहर के जिला अधिकारी चंद्रप्रकाश सिंह और डीआईजी बने एसपी संतोष कुमार सिंह भी पुलिस फोर्स के साथ पहुंच गए।

डीएम चंद प्रकाश सिंह ने बताया कि मलबे में 3 लोगों के दबे होने की आशंका है जिनमें से दो को निकालकर अस्पताल पहुंचा दिया गया है। एक और मजदूर के दबे होने की आशंका के चलते गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है। जिसे तकनीकी तरीके से रेस्क्यू कर मजदूर को निकाला जाएगा।

हालांकि वॉटर फैक्ट्री में काम करने वाले दो परिवार अपने कामगार साथियों को तलाश कर रहे हैं। जो पाटरी फैक्ट्री में काम करने के लिए गए थे। मगर अभी तक उनका सुराग नहीं लगा है। आशंका जताई जा रही है कि वह भी मलबे में दबे हो सकते हैं। बताया जाता है कि पॉटरी फैक्ट्री की गटर पटिया से बनी छत पर उसकी क्षमता से अधिक सामान रखा था जिसके कारण छत भरभरा कर गिर गई।

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