8 मार्च को गोरखपुर को करोड़ों की सौगात देंगे पीएम: सीएम योगी

उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास इतने टेक्नीशियन नही है, जो पढ़ नहीं सकते है, उन्हें हम ट्रेनिग देकर गांव गांव में भेज सकते है, वो घर घर जाकर गैस चूल्हे को सिलेंडर चेक कर सके, और उन्हें देख सके|

Update: 2019-03-04 15:32 GMT

गोरखपुर: 8 मार्च को करोडों कि सौगात देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देने जा रहे है, जी हां प्रदेश के मुख्यमंत्री ने आज ये कार्यक्रम के दौरान बताया|

आपको बता दे, कि गोरखपुर के चारगांवा में सीएम योगी आदित्यनाथ पहुंचे उनके साथ अवनीश अवस्थी भी मौजूद थे, सीएम योगी ने आईसीआईसी एकेड्मी फार स्किल भवन का भी उद्घाटन किया, प्रदेश के मुख्यमंत्री ने नौजवानों को लेकर रोजगार को लेकर तमाम योजनाओं को भी गिनाया।

सीएम ने कहा कि देश के अंदर अप्रवासी भारतीयों का कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के अंदर हुआ, और इसमे सबसे सफल वाराणसी में हुआ है, उत्तर प्रदेश के अंदर करवल हम लोगो के पास 300 आईटीआई केंद्र हमारे पास उपलब्ध है, लाखो की संख्या में हमारे नौजवान उसमे प्रशिक्षण लेकर आगे गए है, यहां पर दो प्रकार के पाठ्यक्रम चालू किये गए है, हम लोगो ने 5 लाख से अधिक युवाओ को स्किल मिशन के तहत शामिल किया, नौजवाँनो के लिए बहुत अच्छा साधन है।

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उन्होंने कहा कि 8 मार्च को 75 हजार करोड़ की लागत से प्रदेश में विकास को लेकर प्रधानमंत्री जी देने जा रहे है, प्रधानमंत्री योजना के तहत युवाओ को जोड़ने का काम किया गया, साथ ही प्रदेश में तमाम प्रकार के योजनाओ के तहत युवाओ को जोड़ने का काम किया है, प्रदेश के अंदर इन सब कार्यो को हर व्यक्ति बड़ा काम करने की कोशिश करता है, लेकिन छोटे काम को नजरअंदाज करता है, 24 जनवरी 2019 को हम लोगो ने प्रदेश में एक योजना चलाई, इसमें ऐसे लोगों को प्रशिक्षण देकर उन्हें रोजगार के साधन दिए जाय, लेकिन जैसे जैसे लोगो ने खेती वरना छोड़ा, तो ये लोग इस तरह के कार्यो को करने से कतराने लगे है, पाइप पेय जल की व्यवस्था, हम कराते है, लेकिन प्लम्बर की ट्रेनिग ताकि अगर ये फाइप फट जाए टूट जाये तो उसे ये ठीक कर सके।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री उज्वला योजना में हर परिवार को रसोई गैस उपलब्ध करा दिया है, लेकिन रसोई गैस का कनेक्शन मिल जाना कोई बड़ी बात नही है, लेकिन रसोई गैस और सिलेंडर के बीच दूरी कितनी होनी चाहिए उन्हें पूरी तरह से आपरेट करना, लेकिन अगर इसको लेकर टेक्नीशियन उसे जाकर बताए तो कितनी घटनाओं को हम रोक सकते हैं|

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उन्होंने कहा कि अभी हमारे पास इतने टेक्नीशियन नही है, जो पढ़ नहीं सकते है, उन्हें हम ट्रेनिग देकर गांव गांव में भेज सकते है, वो घर घर जाकर गैस चूल्हे को सिलेंडर चेक कर सके, और उन्हें देख सके|

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