CASHLESS हो रहा है PM की काशी का एक गांव, किराना दुकानों पर शुरू हुआ E PAYMENT
गांव में छोटी-बड़ी 34 दुकानें हैं। बैंक ने इन दुकानों में पीओएस यानी प्वाइंट ऑफ सेल मशीन लगाने की शुरुआत की है। 4 दुकानों पर मशीन लग गई है। दो दर्जन से ज्यादा दुकानों पर ई पेमेंट भी शुरू हो गया है। किराने की दुकानों पर भी डेबिट-क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल हो रहा है।
वाराणसी: पीएम की कैशलेस मुहिम में पीएम का संसदीय क्षेत्र जोरशोर से जुट गया है। ये मुहिम बैंक ऑफ बड़ौदा ने अपने गोद लिए एक गांव से शुरू की है। बैंक ने गांव को कैशलेस बनाने के लिए सुविधाएं देनी शुरू कर दी हैं।
गांव पहुंची ई बैंकिंग
-रोहनिया इलाके में 226 घरों वाला छोटा सा गांव है मिसिरपुर। गांव की आबादी करीब साढ़े चार हजार है।
-गांव में छोटी-बड़ी 34 दुकानें हैं। बैंक ने इन दुकानों में पीओएस यानी प्वाइंट ऑफ सेल मशीन लगाने की शुरुआत की है। 4 दुकानों पर मशीन लग गई है।
-दो दर्जन से ज्यादा दुकानों पर ई पेमेंट भी शुरू हो गया है। किराने की दुकानों पर भी डेबिट-क्रेडिट कार्ड इस्तेमाल हो रहा है।
आसान ऐप
-बैंक ने गांव में कैम्प लगाकर लोगों को किस्तों पर एंड्रॉयड मोबाइल फोन भी बांटे हैं।
-इन मोबाइल फोन में ऐसे ऐप लोड हैं, जिनसे आसानी से ट्रांजैक्शन किया जा सकता है।
-अशिक्षित ग्रामीणों के लिए ऐप में पहचान के लिए अलग अलग तरह के फोटो की सुविधा दी गई है।
-गांव में अधिकांश लोग बैंक ऑफ बड़ौदा किसान क्रेडिट कार्ड धारक हैं, जो सब्जियों और फूलों की खेती करते हैं।
-नोटबंदी के बाद से ही बैंक का स्टाफ घर-घर जाकर कैशलेस बैंकिंग की जानकारी दे रहा है।
-गांव के प्रधान कैलाश नाथ यादव ने इस शुरुआत को बड़ा कदम बताया है।
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