आईपीएल शुरू होते ही सट्टेबाजों की बहार, पुलिस ने 3 सटोरियों को किया गिरफ्तार
आईपीएल की खुमारी छाने के साथ ही सट्टेबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। मेट्रो शहरों के बाद अब छोटे शहर भी सट्टेबाजों के शिकंजे में आने लगे हैं। वाराणसी में सट्टेबाजों को एक ऐसे ही रैकेट का पर्दाफाश हुआ है।
वाराणसी: आईपीएल की खुमारी छाने के साथ ही सट्टेबाजी का दौर भी शुरू हो गया है। मेट्रो शहरों के बाद अब छोटे शहर भी सट्टेबाजों के शिकंजे में आने लगे हैं। वाराणसी में सट्टेबाजों को एक ऐसे ही रैकेट का पर्दाफाश हुआ है। क्राइम ब्रांच की टीम ने शुक्रवार को तीन सटोरियों को गिरफ्तार किया। तलाशी में उनके पास से करीब आठ लाख रुपए और 8 मोबाइल पकड़ा गया है।
यह भी पढ़ें...दुनिया में चीन की संपर्क परियोजनाओं में छिपा है राष्ट्रीय सुरक्षा का तत्व : पोम्पिओ
आदमपुर में हुई गिरफ्तारी
एसएसपी आनन्द कुलकर्णी ने शुक्रवार को पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उन्हें कई दिनों से शिकायतें मिल रही थी वाराणसी के कई जगहों पर आईपीएल में सट्टा लगाया जा रहा है। एसएसपी ने सट्टा लगाने वाले सटोरियों के धरपकड़ के लिए एसपीसिटी दिनेश सिंह व एसपी क्राइम ज्ञानेन्द्र नाथ प्रसाद के नेतृत्व में एक टीम गठित की किया।
यह भी पढ़ें...लाल बहादुर शास्त्री की मौत से पर्दा उठाएगी ‘द ताशकंद फाइल्स’
गुरुवार को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली आदमपुर थानांतर्गत कोनिया क्षेत्र के नीतिन पांडेय उर्फ सनी के मकान में सट्टा खिलवाया जा रहा है। क्राइम ब्रांच प्रभारी विक्रम सिंह ने आदमपुर प्रभारी आशुतोष कुमार ओझा व टीम के साथ उक्त मकान पर छापा मारा। पुलिस के छापा मारने से अफरातफरी मच गई. भागने की कोशिश करते तीन सटोरियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
करोड़ों में पहुंचा सट्टेबाजी का खेल
खबरों के मुताबिक शहर के दर्जनभर से अधिक इलाकों में सट्टेबाजी का धंधा चल रहा है। शाम होते ही सट्टेबाज सक्रिय हो जाते हैं। इसके बाद फोन के जरिए सट्टेबाज लोगों से संपर्क करते हैं। एक अनुमान के मुताबिक सट्टेबाजी का खेल इन दिनों करोड़ों रुपए तक पहुंच गया है। प्रतिदिन दो से तीन करोड़ रुपए का खेल हो रहा है।
यह भी पढ़ें...बिहार में महागठबंधन के बीच सुलझा सीटों पर फंसा पेंच! देखें कहां से कौन लड़ेगा
एसएसपी आंनद कुलकर्णी ने बताया आरोपितों से 8 मोबाइल, एक टीवी, एक कैलकुलेटर, 11 रजिस्टर एवं आठ लाख दस रुपये मिले हैं। सटोरियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में विक्रम सिंह- प्रभारी क्राइम ब्रांच, आशुतोष ओझा एसओ आदमपुर, उप निरीक्षक सदानंद राय के साथ टीम रही।