यूपी का ये बेरहम थानेदार: ब्राह्मण परिवार संग की ऐसी बर्बरता, कांप गया जिला
ये मामला गाजीपुर जिले के नगसर थाने के नूरपूर का हैं,जहां नूरपूर के ब्राह्मण परिवारो को थाने लेजाकर कार्यवाई के नाम पर बुरी तरह पीटा गया।
गाजीपुर।पुलिस कार्यवाई के नाम पर इतनी बर्बरता क्यो करती है,क्या पुलिस न्यापालिका से उपर हो चुकी है,ऐसे पुलिस कर्मी ही सरकार को कटघड़े में खड़ा करती हैं ।ये सारे सवाल उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के थाना नगसर हाल्ट पुलिस पर उठ रहे हैं जी हां ये मामला
गाजीपुर जिले के नगसर थाने के नूरपूर का हैं,जहां नूरपूर के ब्राह्मण परिवारो को थाने लेजाकर कार्यवाई के नाम पर बुरी तरह पीटा गया।
इस मामले मे जिले के पुलिस कप्तान कार्यवाई करते हुए आरोपी नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार को तत्काल लाईन हाजिर कर दिया। आप को बता दे की कुछ दिन पहले पुलिस अधीक्षक कोरोना पाजिटिव पाये गये थे,जो इलाज कराने लखनऊ गये हुए थे।पुलिस कप्तान स्वस्थ होकर शनिवार को ही गाजीपुर आ गये.व अपना कार्य भार संभाल लिया वहीं कप्तान ने कहा की इस प्रकरण में जो भी दोषी पाया जायेगा उसके उपर सख्त कार्यवाई की जायेगी।
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फर्जी मुकदमा दर्ज करवाया
इस पूरे प्रकरण की सीओ व एसडीएम जांच करेंगे आप को बता दे की बीते दिनो नगसर थाना क्षेत्र के नूरपुर निवासी अजय पान्डेय व उनके परिवार को नगसर थानाध्यक्ष रमेश कुमार द्वारा जबरन थाने ले जाकर बुरी तरह पीटा गया था।और फर्जी मुकदमा दर्ज कर उन सभी को जेल भेज दिया गया था, ये दृश्य जिसने भी देखा सब सन्न रह गये, लोगों ने कहा की ऐसी बर्बरता पुलिस कैसे कर सकती है।क्या पुलिस न्यापालिका से उपर हो चुकी है,वहां के स्थानीय ग्रामीणों ने कहा की ऐसे पुलिसकर्मियों को बर्खास्त कर देना चाहिए जो कार्यवाई के नाम पर बर्बरता करते हैं।
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दोषी पुलिस कर्मियों के उपर सख्त कार्यवाई की जायेगी
जब इस पुरे प्रकरण की जानकारी मुख्यमंत्री आफिस पहुंचा तो तुरंत इस घटना को संज्ञान मे लेते हुए कार्यवाई करने का निर्देश दिया गया,तो वहीं जिलाधिकारी डाक्टर ओमप्रकाश आर्य पीड़ित परिवारों से मिले और पुरे मामले से अवगत हुए जिलाधिकारी ने कहा की दोषी पुलिस कर्मियों के उपर सख्त कार्यवाई की जायेगी। प्राप्त सुचना के अनुसार जिले के प्रभारी मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ला रविवार को पिड़ित परिवारों से मिलने उनके घर जा सकते है ।
पुलिस का बयान
बताते चले की बीते दिनों नगसर के नूरपुर गांव में एक व्यक्ति असलहा लेकर घुम रहा था,जिसे आधी रात मे नगसर पुलिस पकड़ने गई थी।पुलिस ने उस दिन आरोप लगाया था की कुछ लोग पुलिस से मारपीट कर आरोपी को भगाने मे मदद किया था।जिसके आरोप में पुलिस ने नूरपूर के एक ही परिवार से नौ लोगों को पकड़ा था ।और बुरी तरह मारपीट कर चलान कर दिया था।
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लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट किया
जमानत पर छुट कर आये अजय पान्डेय ने बताया की इस पुरे घटना से हम लोगों का वास्ता नहीं हैं,अजय पान्डेय ने कहा की उस दिन एक व्यक्ति असलहा लेकर घुम जरूर रहा था।लेकिन नाहीं हम लोगों ने पुलिस के साथ मारपीट किया है,नाहीं उसे भगाने मे मदद किया है।हम लोग उस दिन अपनी मां की तेरहवीं की तैयारी कर रहें थे।
अजय पान्डेय ने कहा की पुलिस जबरन हमारे घर में घुसी और तेरहवीं के लिए रखे समान को नष्ट करते हुए हम लोगों को थाने लेकर चली गई ।और हम लोगों को बुरी तरह से मारा पीटा गया यही नहीं राम का नाम लेने पर थानाध्यक्ष और भड़क गये।और अपशब्द कहते हुए हम लोगों के साथ बर्बरता करने लगे .
रिपोर्टर- रजनीश कुमार मिश्र,गाज़ीपुर
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