परिवार का पेट नहीं भर पा रही थी ये मजबूर मां तो सबको खिला दिया जहर
बागपत के गौरीपुर जवाहर नगर गांव में रहने वाली महिला राहिल की कहानी दर्द भरी है। राहिल के दो बेटे आजम व नाजिम हैं और दो बेटियां सानिया व नाजमा हैं। घटना के वक्त राहिल का दूसरा बेटा नाजिम और पति घर पर नहीं थे।
बागपत: गरीबी व लाचारी से तंग आकर जिंदगी देने वाली एक मां इतना मजबूर हो गई कि उसने अपने ही बच्चों को जहर दे दिया। जिंदगी के पथरीले रास्तों में जब उसे खुशियों का कोई ठिकाना न दिखा तो उसने अपनी जिंदगी का रास्ता बंद करने की ठान ली। इतना ही नहीं उसने अपने तीन मासूम बच्चों को जहर देने के बाद खुद भी जहर खा लिया। फिलहाल चारों अस्पताल में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
-बागपत के गौरीपुर जवाहर नगर गांव में रहने वाली महिला राहिल की कहानी दर्द भरी है।
-राहिल के दो बेटे आजम व नाजिम हैं और दो बेटियां सानिया व नाजमा हैं।
-घटना के वक्त राहिल का दूसरा बेटा नाजिम और पति घर पर नहीं थे।
इसी बीच राहिल ने पहले घर में मौजूद तीनों बच्चों को जहर दिया फिर खुद भी खा लिया।
जहर खाने के बाद क्या बोला बेटा?
-अस्पताल में भर्ती राहिल के बड़े बेटे आजम से जहर खाने के बारे में पूछा गया।
-उसका कहना है कि जिंदगी अच्छी नहीं लग रही, इसलिए जहर खा लिया।
क्या कहा गांव के लोगों ने?
-कुछ लोग महिला की दीमागी हालत ठीक नहीं बता रहें हैं।
-गांव के लोगों का कहना है कि महिला इससे पहले भी बच्चों को जहर देने की बात कहती रही हैं।