'सौभाग्य' भव! इस योजना से रोशन हो रही गांव की जिंदगी

Update: 2018-11-19 11:09 GMT

सहारनपुर: एक समय था जब ग्रामीण क्षेत्रों में शाम होने के बाद कोई घर से बाहर निकलना भी पसंद नहीं करता था। लोग सूरज छिपने के बाद बहुत जरुरी काम से ही बाहर निकलते थे, लेकिन अब ग्रामीण क्षेत्रों की हालत में सुधार होता नजर आ रहा है। हाल ये है कि सूरज छिपने के बाद जिस गांव में लोग गांव की गलियों अथवा सड़कों पर नजर नहीं आते थे, उन गांवों में अब लोग सौभाग्य योजना की रोशनी से अपनी जिंदगी रोशन करते नजर आ रहे हैं।

केंद्र सरकार द्वारा राज्य सरकारों के सहयोग से ग्रामीण इलाकों को रोशन करने के लिए चलाई गई, तभी से ग्रामीण क्षेत्रों में बसने वाले लोगों की जिंदगी रोशन हो रही है। सहारनपुर जनपद में अब शायद ही कोई गांव ऐसा बचा हो, जिस गांव में रहने वाले गरीबों के घरों को इस योजना के तहत रोशन न किया गया हो। सहारनपुर जनपद में 1180 ग्राम सभाएं हैं। इन सभी ग्राम सभाओं में रहने वाले गरीब लोगों को इस योजना के तहत निशुल्क बिजली का कनेक्शन प्रदान किया गया। सौभाग्य योजना के तहत 11 अक्टूबर 2017 तक एक लाख 10 हजार 688 घरों को कनेक्शन दिए जाने का लक्ष्य रखा गया था। लक्ष्य के सापेक्ष में इन सभी घरों में निशुल्क विद्युत कनेक्शन उपलब्ध करा दिए गए हैं।

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योजना के विस्तार पर नजर डाले तो पता चलता है कि सौभाग्य योजना के तहत 14029 विद्युत पोल ग्रामीण क्षेत्रों में लगाए गए। 363 किलोमीटर सिंगल फेस एबी केबल की लाइन खिंची गई, जबकि 202 किलोमीटर की थ्री फेस एबी केबल की लाइन खिंची गई। इसके अलावा 25 केवीए के 101 ट्रांसफार्मर लगाए गए और 63 केवीए के दो ट्रांसफार्मर लगाए गए, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों को सुचारु रुप से विद्युत आपूर्ति मिल सके।

गांव चहेडी निवासी मेघपाल ने बताया कि सौभाग्य योजना के तहत उनके यहां कनेक्शन लगने से काफी राहत मिली है। रात में घर में बिजली आने से काफी दिक्कते दूर हुई है। उनका कहना है कि इस योजना के तहत गांव के न केवल गरीब परिवारों बल्कि उन परिवारों को भी बिजली मिली है, जो गरीबी रेखा से ऊपर जीवन यापन कर रहे थे। उन्हें पांच सौ रुपये का शुल्क देकर कनेक्शन मिल गया।

इसके अलावा इसी गांव के सेठपाल भी बताते हैं कि सौभाग्य योजना के तहत उन्होंने जब से विद्युत कनैक्शन लिया है, तभी से उनके घर का अंधेरा दूर हो रहा है। लेकिन वह शिकायत करते हैं कि उनकी बिजली नहीं पा रही है, जितनी मिलनी चाहिए। यानि कि लाइट गुल होने की समस्या भी आ रही है।

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सौभाग्य योजना से क्या हुआ फायदा

सहारनपुर जनपद के अधिकांश गांवों का विद्युतीकरण हुआ है और अब गांव के सभी परिवारों को बिजली मिल रही है। अब पिछडे और अति पिछडे गांवों में एलईडी लाइटें, पंखा, पावर प्लग लग नजर आ रहे हैं। मोबाइल रिचार्ज करने की समस्या दूर हो रही है। बच्चों को टीवी देखने को मिल रहा है। बिजली मिलने से लालटेन या डिबरी से रोशनी नहीं करनी पड़ रही है।

सहारनपुर मंडल में सौभाग्य योजना की स्थिति

सहारनपुर जनपद

कुल दिए गए कनेक्शनों की संख्या— 110688

कुल लगाए गए खंभे— 14029

सिंगल फेस एबी केबल डाली गई— 363 केएम

थ्री फेस एबी केबल डाली गई— 101

25 केवीए के लगाए गए ट्रांसफार्मर— 101

63 केवीए के ट्रांसफार्मर लगाए गए— 2

मुजफ्फरनगर जनपद

कुल दिए गए कनेकशनों की संख्या — 54470

कुल लगाए गए खंभे — 2291

सिंगल फेस एबी केबल डाली गई — 11 केएम

थ्री फेस एबी केबल डाली गई — 61 केएम

25 केवीए के लगाए गए ट्रांसफार्मर — 10

63 केवीए के ट्रांसफार्मर लगाए गए —2

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शामली जनपद

कुल दिए गए कनेकशनों की संख्या— 22628

कुल लगाए गए खंभे— 1277

सिंगल फेस एबी केबल डाली गई— 18 केएम

थ्री फेस एबी केबल डाली गई— 18 केएम

25 केवीए के लगाए गए ट्रांसफार्मर— 16

63 केवीए के ट्रांसफार्मर लगाए गए— 0

क्या कहते हैं अधिकारी

पश्चिमांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के चीफ इंजीनियर जीसी झा बताते हैं कि सौभाग्य योजना का अब तक का टारगेट पूरा कर दिया गया है। उनका कहना है कि हमारा प्रयास है कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में सुचारु रुप से विद्युत की आपूर्ति हो।

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