बुनकर आरपार लड़ाई परः 14 दिन से थमे हैं पावरलूम, हालत हो रही खराब
बुनकरों ने कई बार आन्दोलन किया, सरकार ने कार्यवाही का आश्वासन दिया लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। अब बुनकर नेताओं ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तीन सितम्बर को की गई घोषणाओं के शेष अंश को भी लागू किये जाने के लिए तत्काल आदेश जारी किये जाएं तभी आंदोलन समाप्त होगा।
अम्बेडकरनगर। विद्युत बिल को फ्लैट रेट पर लागू किये जाने सहित अन्य मांगो को लेकर जिले में पावरलूमों के चक्के जाम हैं। पावरलूमों की बन्दी से बुनकरों की हालत लगातार खराब होती जा रही है। पावर लूम बन्दी के 14वें दिन उत्तर प्रदेश बुनकर सभा के बैनर तले बुनकरों ने जिलाध्यक्ष हाजी इफ्तिखार अहमद के नेतृत्व में कलेक्ट्रेट के निकट स्थित अम्बेडकर प्रतिमा के नीचे धरना दिया ।
बुनकरों की ये है मांग
मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन में बुनकरों ने तीन सितम्बर को अपर मुख्य सचिव नवनीत सहगल द्वारा बुनकरों से विद्युत बिल के सम्बन्ध में की गई घोषणाओं को लागू किये जाने की मांग की गई है।
बुनकरों का कहना है कि प्रदेश सरकार द्वारा चार दिसम्बर 2019 को शासनादेश जारी कर 14 जून 2006 के शासनादेश को अवक्रमित कर दिया था जो एक जनवरी 2020 से प्रभावी हुआ। इससे बुनकरों के विद्युत बिलों में बीस से 25 गुना की वृद्धि हो गई और बुनकर विद्युत विभाग का बकायेदार होता चला गया। इसके साथ ही विद्युत विभाग द्वारा बुनकरों का उत्पीड़न व शोषण भी किया जाने लगा।
आश्वासन के सिवाय बुनकरों को कुछ नहीं मिला
नये शासनादेश के विरोध में बुनकरों ने कई बार आन्दोलन किया, सरकार ने कार्यवाही का आश्वासन दिया लेकिन परिणाम कुछ नही निकला। बुनकर नेताओं ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि तीन सितम्बर को की घोषणाओं के शेष अंश को भी लागू किये जाने के लिए तत्काल आदेश जारी किये जाएं।
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एक अगस्त 2020 से लागू होने वाली नई योजनाओं के सम्बन्ध में बुनकरों से विचार -विमर्श कर ही फ्लैट रेट पर लागू किया जाए। इस दौरान बुनकर शकील अहमद अंसारी, महबूब आलम, हाजी हफीज अनवर, जमाल अख्तर, आरिफ समेत बड़ी संख्या में बुनकर मौजूद रहे। बुनकरों के धरने को देखते हुए अम्बेडकर प्रतिमा के पास भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।