Prayagraj News: रामचरितमानस की चौपाई समेत अन्य मुद्दों पर हो रही टिप्पणी से आहत है छात्र, भड़के इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र

Prayagraj News: इलाहाबाद विद्यालय के छात्र बयानबाजी से आहत हैं और उनका कहना है कि देश के राजनेताओं को इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए, इससे देश टूटेगा और आपसी भाईचारे में भी कमी आएगी।

Report :  Syed Raza
Update:2023-02-08 19:40 IST

Prayagraj News (Pic: Newstrack)

Prayagraj News: देश में लगातार हो रही बयानबाजी के खिलाफ इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्रों में आक्रोश देखा जा रहा है और ऑक्सफोर्ड ऑफ द ईस्ट कहे जाने वाले इलाहाबाद विद्यालय के छात्र बयानबाजी से आहत हैं और उनका कहना है कि देश के राजनेताओं को इस तरह के बयान नहीं देना चाहिए, इससे देश टूटेगा और आपसी भाईचारे में भी कमी आएगी। बीते कुछ दिनों से रामचरितमानस सहित कई मुद्दों पर अलग-अलग नेताओं के द्वारा बयान बाजी सामने आई है । छात्रों का कहना है कि देश विकास की ओर अग्रसर है ऐसे में इस तरह की बयान बाजी देश को कमजोर करेगी ।हमारी टीम इलाहाबाद विश्वविद्यालय पहुंची जहां अलग-अलग छात्रों से इस मुद्दे पर बातचीत की ।छात्र विकास ने कहा कि देश का भविष्य इन बातों से नहीं बल्कि काम की बातों से आगे होगा ।

छात्रों ने कहा धार्मिक टिप्पणी करने से टूटेगा देश

छात्र विपिन का कहना है कि प्राचीन काल से ही देश में अलग-अलग धर्मों के लोग भाईचारे के साथ रह रहे हैं सभी त्योहारों और जातियों का सम्मान हो रहा है ऐसे में राजनेताओं द्वारा इस तरह की बयानबाजी करना बेहद शर्मनाक है। जब भी चुनाव नजदीक आते हैं तब इस तरह की बयान बाजी राजनेताओं द्वारा शुरू हो जाती है। चाहे सत्ता पक्ष हो या फिर विपक्ष के नेता इस तरह के बयान लगातार दिए जाते हैं और जो आगे तूल पकड़ लेता है। देश के लोग एकजुट होकर के अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं ऐसे में राज नेताओं द्वारा दिया जा रहा बयान समाज में माहौल बिगाड़ने का काम करेगा। छात्र भारत का भविष्य है और अगर नेताओं ने धार्मिक प्रकरण को तूल दिया तो छात्र भी काफी प्रभावित होगा। देश के पक्ष और विपक्ष के नेताओं को विकास के मुद्दों पर चर्चा करनी चाहिए साथ ही किस तरीके से भारत तरक्की करें इस पर अधिक चर्चा हो। शिक्षा, स्वास्थ्य, बेरोजगारी देश के नेताओं की पहली प्राथमिकता हो ना कि धार्मिक बयान बाजी।

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