Prayagraj News: कुंभ मेला को लेकर तैयारियां तेज, प्रशासन ने संत समाज के साथ की बैठक
Prayagraj News: कुंभ मेला प्रशासन और संत समाज के बीच आज पहली बार कुंभ मेला 2025 को लेकर विचार विमर्श हुआ। इस विचार विमर्श के दौरान संत समाज द्वारा कई प्रस्ताव को मेला प्रशासन को दिए गए, जिसको लेकर प्रशासन ने भी हामी भरते हुए इस विषय पर कार्य योजना बनाने की बात कही है।
Prayagraj News: कुंभ मेला प्रशासन और संत समाज के बीच आज पहली बार कुंभ मेला 2025 को लेकर विचार विमर्श हुआ। इस विचार विमर्श के दौरान संत समाज द्वारा कई प्रस्ताव को मेला प्रशासन को दिए गए, जिसको लेकर प्रशासन ने भी हामी भरते हुए इस विषय पर कार्य योजना बनाने की बात कही है। कुंभ मेला प्रशासन द्वारा प्रयागराज कमिश्नरेट के गांधी सभागार में आयोजित वार्ता में संत समाज के विभिन्न अखाड़ों एवं अनुयायियों को आमंत्रित किया था, जहां उन्होंने संत समाज से मेले में आने वाली दिक्कतों एवं अन्य विषयों पर चर्चा की। चर्चा के दौरान संत समाज द्वारा कुंभ मेला 2025 से पहले कई विषयों पर ध्यान करते हुए कई योजनाओं को क्रियान्वित करने की बात कही, जिसमें कई ऐसे स्थान जिनका ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व है को निर्मित कराना, टूटे-फूटे मंदिरों एवं आश्रमों को ठीक करवाना मुख्य रूप से है। इसके अलावा संत समाज को दी जाने वाली सुविधाएं और अन्य व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित कराना मुख्य रूप से है।
इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा इस वार्ता के दौरान कई विषयों पर उच्च अधिकारियों का ध्यानाकर्षण कराया एवं कई परियोजनाओं को चालू कराने के लिए वित्तीय व्यवस्था की बात कही। वार्ता की अध्यक्षता कर रहे हैं मंडलायुक्त प्रयागराज विजय विश्वास पंत ने सभी बिंदुओं पर संत समाज एवं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दिए गए बिंदुओं पर समीक्षा करते हुए अगली बैठक में उन बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा करने की बात कही।
इस विषय पर जानकारी देते हुए जिलाधिकारी कुंभ मेला विजय किरण आनंद ने कहा कि सभी बिंदुओं पर विस्तार से चर्चा की गई है। संत समाज द्वारा कई बिंदुओं पर सुझाव दिए गए हैं एवं उनके द्वारा कई मांगे रखी गई है, जिन पर राज्य सरकार की ओर से मनन करने के बाद निर्णय लिया जाएगा। अभी तक कुंभ मेला 2025 की तैयारियों के लिए ढाई हजार करोड़ रुपए की धनराशि निर्गत की गई है। जिनका इस्तेमाल सड़क परिवहन प्रबंधन के निर्माण के साथ-साथ मेला क्षेत्र को और अधिक विकसित करने पर खर्च किया जा रहा है। इसके अलावा मेला क्षेत्र में आवागमन के लिए संपर्क मार्गो को चौड़ा करने एवं उन्हें उच्च क्वालिटी का बनाने पर भी कार्य शुरू किया जा रहा है। आगामी बैठकों में कार्यों की समीक्षा होगी तथा नई परियोजनाओं पर चर्चा करते हुए जल्द से जल्द उन्हें धरातल पर उतारा जाएगा।
मंदिरों को होगा जोर्णोद्धार
संत समाज की ओर से संतो ने एक स्वर में कहा कि उन्होंने साफ तौर से यह कह दिया है कि पुराने जीर्ण शीर्ण मंदिरों को पुनः निर्मित करना, वहां तक आने-जाने के मार्गों को सुदृढ़ करना, अखाड़ों को आने वाले यात्रियों के लिए नए भवनों के निर्माण करने की इजाजत देना एवं जो कार्य 2019 के कुंभ में अधूरे रह गए थे या छूट गए थे उन्हें 2025 के कुंभ से पहले पूर्ण कराना मुख्य रूप से मांग है, और इन्हें प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया है कि जल्द से जल्द इस विषय पर कार्य शुरू किया जाएगा। उन्होंने यह भी बताया कि 2025 कुंभ के शाही स्नान की तिथियां लगभग तय हो चुकी है और अगले बैठक में इन्हें आम जनमानस के लिए घोषणा कर दी जाएगी।