प्रिंसिपल की दबगंई, कर्मचारी को मारे थप्पड़, फिर हुआ ये...

यूपी के शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का गुंडागर्दी का मामला सामने आया हैं। मेडिकल कॉलेज मे कपड़े धोने वाले कर्मचारी को प्रिंसिपल ने मामूली बात पर पीट दिया। पिटाई से नाराज कर्मचारी ने डयूटी पर आने से इंकार कर दिया है। उसका कहना है कि हम भले ही कपड़े धोते है लेकिन मेरी भी समाज में इज्जत है।

Update: 2019-07-20 12:45 GMT

शाहजहांपुर: यूपी के शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल का गुंडागर्दी का मामला सामने आया हैं। मेडिकल कॉलेज मे कपड़े धोने वाले कर्मचारी को प्रिंसिपल ने मामूली बात पर पीट दिया। पिटाई से नाराज कर्मचारी ने डयूटी पर आने से इंकार कर दिया है। उसका कहना है कि हम भले ही कपड़े धोते है लेकिन मेरी भी समाज में इज्जत है। पीटने का अधिकार प्रिंसिपल को किसने दिया। वही इस घटना के बाद स्वास्थ से मीडिया द्वारा सवाल करने पर उन्होंने जांच की बात की है।

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दरअसल यूपी के शाहजहांपुर में मेडिकल कॉलेज मे सादिक नाम शख्स ठेके पर काम करता है। वह प्राईवेट मे जॉब करके मेडिकल के कपड़े धोता है। कर्मचारी सादिक ने बताया कि वह आज सुबह कपड़े धोने से पहले वह चाये पीने चला गया था। इसी बीच मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल अभय कुमार आ गए और उन्होंने कर्मचारी के बारे मे पूछा। लेकिन वह वहां नही मिला। उसके बाद कुछ इंतजार करने के बाद कर्मचारी सादिक आ गया। फिर क्या था प्रिंसिपल साहब ने अपना गुस्सा कर्मचारी पर उतार दिया। उ

न्होंने कालेज मे ही उसको कई थप्पड़ जङ दिए। अपनी बेइज्जती होता देख वह कालेज मे नही रूखा। इतना ही वही खुद की बेइज्जती से वह भरी भीङ के बीच रोने तक लगा। लेकिन प्रिंसिपल की दबंगई रूकने का नाम नही ले रही है। वह उस कर्मचारी से अभद्रता करते ही जा रहे थे।कर्मचारी कालेज से बाहर आ गया और उसने काम करने से इंकार दिया।

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कर्मचारी सादिक का कहना है कि समाज मे मेरी भी इज्जत है। अगर हमने कोई गलती की है तो वह हमे नौकरी से हटा सकते थे। लेकिन उनको पीटने का अधिकार किसने दिया। कर्मचारी का कहना है कि जहां पर इज्जत नही वहां पर काम नही करना है। वह प्रिंसिपल पर कार्यवाई की मांग कर रहा है। उसका कहना है कि प्रिंसिपल ने हमे पीटकर गलती है। इसलिए वह अपनी गलती माने।

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वही जब इस पिटाई के मामले मे स्वास्थ मंत्री आशुतोष टण्डन से बात की तो उनका कहना है कि हमारे संज्ञान मे अभी ये मामला आया है। इसलिए इस घटना की जांच कराई जाएगी। किसी भी अधिकारी को कर्मचारी को पीटने का अधिकार नही है।

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