कांग्रेस छोड़ शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका चतुर्वेदी, कहा- आत्मसम्मान को पहुंची थी ठेस
प्रियंका चतुर्वेदी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर शिवसेना में शामिल हो गई हैं। उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना ज्वाइन की।शिवसेना में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि मैं मुंबई के लिए काम करना चाहती हूं। यही कारण है कि इस दल में शामिल हुई हैं।
नई दिल्ली: प्रियंका चतुर्वेदी कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा देकर शिवसेना में शामिल हो गई हैं। उन्होंने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की मौजूदगी में शिवसेना ज्वाइन की। शिवसेना में शामिल होने के बाद उन्होंने कहा कि मैं मुंबई के लिए काम करना चाहती हूं। यही कारण है कि इस दल में शामिल हुई हैं।
प्रियंका बोलीं कि कांग्रेस में जब कुछ लोगों ने उनके साथ बदसलूकी की, लेकिन वापस उन्हें पार्टी में जगह दी जाती है इससे उनके आत्मसम्मान को ठोस पहुंचीं।
प्रियंका ने कहा कि मुझे पता है अब मेरे ऊपर सवाल उठाए जाएंगे, पिछले ट्वीट्स को उछाला जाएगा। लेकिन मैंने सोच समझकर ये फैसला लिया है। मुझे उम्मीद थी कि उन्हें लोकसभा का टिकट जरूर मिलेगा, लेकिन मैं उससे निराश नहीं थी।
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हाईकमान की उपेक्षा से आहत थी प्रियंका
देश में हो रहे लोकसभा चुनाव के दौरान ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी का इस्तीफा कांग्रेस के लिए एक बडा झटका है। वह भी तब जब लोकसभा का चुनाव अपने चरम पर हो और पार्टी का पक्ष रखने के लिए कोई बडा महिला चेहरा पार्टी के पास न हो, कांग्रेस को बडा नुकसान हो सकता है।
अभी कुछ दिन पहले ही मथुरा में प्रेस कांफ्रेंस में उनके साथ हुए दुर्व्यवहार का हवाला देते हुए प्रियंका ने ट्वीट किया था कि वह इस बात से क्षुब्ध हैं कि पार्टी को मजबूत बनाने में जिन लोगों ने खून पसीना बहाया उनको नजर अंदाज किया जा रहा है।
उन्होंने खुद पार्टी के लिए गाली गलौज और अपमान सहा लेकिन यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पार्टी के भीतर ही उन्हें धमकियां देने वालों पर कोई कार्रवाई नहीं की गई है।
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प्रियंका ने एक महिला पत्रकार के उस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए यह बात कहकर काग्रेस हाईकमान को इस घटना से अवगत भी कराया कि प्रदेश कांग्रेस ने पहले उन नेताओं को निलम्बित किया।
जिन्होंने कुछ दिन पूर्व मथुरा में पार्टी प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी के साथ दुर्व्यवहार किया लेकिन उनके निलम्बन को रद्द कर दिया गया।दरअसल कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने अपने साथ बदसलूकी करने वाले कांग्रेस कार्यकर्ताओं को पार्टी में फिर से लेने के फैसले की से आहात थी और उन्होंने इसकी आलोचना दो दिन पहले ही ट्विटर पर की थी।
निराशा जताते हुए कहा कि पार्टी के अंदर होनेवाले इस व्यवहार से उन्हें बहुत तकलीफ पहुंची है। इस मामले पर जब वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल से पूछा गया तो उन्होंने सवाल को टालते हुए कहा कि मैं देख लूंगा।
प्रियंका चतुर्वेदी ने पहले भी पार्टी हाईकमान को इस बात से अवगत कराया था कि कांग्रेस के अंदर कुछ गुंण्डे हैं जिन्हे पार्टी से बाहर किया जाए लेकिन उनकी बातों को पार्टी हाईकमान ने बेहद हल्के से लिया। अपने पत्र में लिखा था कि इन गुण्डों से उनको लगातार धमकियां मिल रही हैं उनको उम्मीद थी कि हाईकमान उनकी बात को गंभीरता से लेकर ऐसे लोंगों पर कार्यवाही करेंगा।
पिछले साल जुलाई में कांग्रेस की नेता और राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी की 10 वर्षीय बेटी को निशाना बनाते हुए एक ट्रोल ने अभद्र टिप्पणी की जिस पर उन्होंने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए मुंबई पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। बेटी को बलात्कार की धमकी देने वाले के खिलाफ प्रियंका ने मुंबई के गोरेगांव थाने में शिकायत भी दर्ज कराई थी।
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