Gorakhpur Four Lane: गोरखपुर को चुनावी सौगात, सोनौली फोरलेन पर फाइटर प्लेन तो रामगढ़ ताल में उतरेगा सी-प्लेन

Gorakhpur Four Lane: सीएम योगी गोरखपुर से सोनौली फोरलेन पर फाइटर प्लेन उतारने के लिए एयर स्ट्रिप बनाने की तैयारी है।

Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-09-11 07:53 GMT

गोरखपुर फोरलेन-रामगढ़ताल (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Gorakhpur Four Lane: यूपी विधानसभा चुनाव (UP Vidhan Sabh Chunav) को चंद महीने ही बचे हैं, ऐसे में सीएम योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) गोरखपुर के विकास को मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने की तैयारी में हैं। गोरखपुर में फोरलेन का संजाल तो बिछ ही रहा है, सेहत और शिक्षा को लेकर भी बेहतर काम दिख रहे हैं। एम्स और खाद कारखाना जैसे बड़े काम के बाद अब गोरखपुर से सोनौली फोरलेन पर फाइटर प्लेन (Gorakhpur to Sonauli Four Lane) उतारने के लिए एयर स्ट्रिप (Air Strip) बनाने की तैयारी है। तो वहीं वाराणसी से गोरखपुर के बीच सी-प्लेन (Varanasi to Gorakhpur Seaplane) चलाने की योजना है। पिछले दिनों प्रदेश में मंत्री ने केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) से मुलाकात कर सी-प्लेन  प्रस्ताव सौंपा। गोरखपुर में सी-प्लेन रामगढ़झील में उतारने की योजना है।

एनएचएआई ने जंगल कौड़िया से लेकर सोनौली बाईपास (Jungle Kauria to Sonauli Bypass) तक फोरलेन का प्रस्ताव तैयार किया है। नेपाल से सटे होने के चलते सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण फोरलेन पर एयर स्ट्रिप बनाने की तैयारी है। विभाग को फोरलेन पर ऐसे हिस्से की तलाश है जो पांच किलोमीटर लंबा हो, लेकिन उस पर कोई मोड़ न हो। यह एयर स्ट्रिप रामचौरा से कैम्पियरगंज या फिर कोल्हुई से नौतनवा के बीच बन सकती है।

बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे पर भी 3300 मीटर लंबी एयर स्टिप बनी है। इसके पहले लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर बने एयर स्ट्रिप पर वायुसेना का विमान उतर चुका है। एनएचएआई के परियोजना निदेशक सीएम द्विवेदी का कहना है कि फोरलेन पर पांच किलोमीटर लंबाई में ऐसा स्पेस देखा जा रहा है, जहां एयर स्ट्रिप बनाई जा सके। टीम द्वारा सर्वे कार्य पूरा होने के बाद ही फोरलेन को लेकर अंतिम तस्वीर सामने आएगी।

रामगढ़ताल (फोटो- न्यूज ट्रैक)

नेपाल के सोनौली बॉर्डर तक बनेगा फोरलेन

सिक्स लेन की संभावना को देखते हुए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा है। गोरखपुर और महराजगंज में करीब 131 हेक्टेयर जमीन के अधिग्रहण पर करीब 800 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। नेपाल बॉर्डर से सटे सोनौली बाजार को नहीं उजाड़ा जाएगा। फोरलेन को सोनौली बार्डर से करीब दो किलोमीटर पहले मोड़ कर प्रस्तावित इंट्रीग्रेटेड चेक पोस्ट से कनेक्ट कर दिया जाएगा। गोरखपुर और महराजगंज में कुल 130 हेक्टेयर से अधिक जमीन का अधिग्रहण हो चुका है। ट्रैफिक से बचने के लिए फोरलेन पर दो बाईपास बनाएगा।

पहला बाईपास गोरखपुर के पीपीगंज के पास और दूसरा महराजगंज के कोल्हई के पास बनाया जाएगा। सोनौली के व्यापारी आलोक जोशी का कहना है कि सोनौली बाईपास से बार्डर से जुड़े बाजार की रौनक बनी रहेगी। वहीं नगर पंचायत सोनौली के प्रतिनिधि शिवम त्रिपाठी का कहना है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सोनौली बाईपास को लेकर मांग की गई थी। उन्होंने सोनौली बाजार को उजड़ने से बचा लिया।

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