Gorakhpur News: 3000 परिवार अफसरों से पूछ रहे सवाल, जनवरी में भी जलभराव झेलें साहब?
Gorakhpur News: सीवर लाइन बिछाने के कार्य में हो रही लेटलतीफी, लापरवाही से जनवरी के महीने में भी लोग कीचड़ और जलभराव में जिंदगी गुजारने को अभिशप्त हैं।
Gorakhpur News: योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) सिर्फ मुख्यमंत्री ही नहीं हैं, गोरखपुर शहर सीट के नागरिकों के लिए अब विधायकी के उम्मीदवार भी हैं। चुनावी बेला में देवरिया रोड के दोनों तरफ रहने वाले 3000 से अधिक परिवारों की जिंदगी नारकीय हो गई है। इसे लेकर सभी बेफिक्र हैं। सीवर लाइन (sewer line) बिछाने के कार्य में हो रही लेटलतीफी, लापरवाही से जनवरी के महीने में भी लोग कीचड़ और जलभराव में जिंदगी गुजारने को अभिशप्त हैं। रोजमर्रा की जिंदगी से दो-चार हो रहे लोग जलनिगम के साथ ही सरकार से सवाल कर रहे हैं कि जून-जुलाई में तो घुटने तक पानी में जिंदगी गुजरी, अब जनवरी में भी हम लोग जलभराव झेलें? इन सवालों का जवाब देने के बजाए अफसर खमोशी की चादर ओढ़ पर फर्जी विकास योजनाएं बनाने में मस्त दिख रहे हैं।
महादेव झारखंडी टुकड़ा नंबर एक स्थित महादेवपुरम कॉलोनी (Mahadevapuram Colony) में जलभराव की स्थिति जून-जुलाई जैसी ही बनी हुई है। खस्तालहाल सड़कों पर वर्षों से जमा पानी और बढ़ जाने के चलते नागरिकों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। लोग नगर निगम और जलनिगम पर वादाखिलाफी का आरोप लगा रहे हैं। बीते दिसंबर महीने में डीएम दफ्तर पर नागरिकों के गुहार लगाने के बाद नगर निगम और जल निगम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया था।
15 दिसंबर को नगर निगम के जेई ने भरोसा दिलाया था कि दो दिन के अंदर जलभराव की समस्या का समाधान करा दिया जाएगा, लेकिन आज तक समस्याा जस की तस बनी हुई है। एक दिन पम्पिंगग सेट लगाकर पानी की निकासी का काम शुरू जरूर कराया गया जिसके नतीजे में दो साल से लबालब पानी से भरी सड़क की सतह नज़र आने लगी थी लेकिन उसके अगले ही दिन से सारी कवायद ठप हो गई और टूटी सड़क पर फिर पहले जैसा पानी लग गया। कॉलोनी में सीवर पाइप लाइन डालने का काम भी अधूरा पड़ा है। कॉलोनी निवासी प्रमोद कुमार ने कहा कि बार-बार शिकायत करने के बावजूद कोई अधिकारी महादेवपुरम की समस्याि की ओर ध्याकन नहीं दे रहा है। दो वर्ष से भी ज्यासदा समय से कॉलोनीवासी नरकीय स्थिति का सामना कर रहे हैं लेकिन अब हालात बद से बदतर हो गए हैं। नगर निगम के जेई अवनीश भारती का कहना है कि कॉलोनी में जलभराव की समस्या के स्थाीई समाधान के लिए प्राकृतिक ढलान की ओर से नाला बनाने का प्रस्ताकव है। इस दिशा में प्रयास चल रहा है। इस कागजी नाले का प्रस्ता्व कब पास होगा कोई नहीं जानता। जलनिगम के एक्सईएन रतनसेन सिंह का कहना है कि असमय बारिश से कुछ दिक्कत है। काम तेजी से किया जा रहा है। लेकिन यह भी देखना होगा कि नागरिकों की रोजमर्रा की जिंदगी प्रभावित नहीं हो। जहां भी दिक्कत है उसे दूर किया जाएगा।
दो साल में पूरा होना था काम, पांच साल में भी अधूरा
महादेव झारखंडी क्षेत्र के दिव्य नगर, दिव्य नगर गोल्ड, वीर बाहदुरपुरम और झारखंडी से वीर बाहदुरपुरम होते हुए सिक्टौर तक जाने वाली सड़क एवं आसपास के क्षेत्रों में अमृत योजना के तहत 27 अक्तूबर 2017 से सीवरेज का काम चल रहा है। कहीं पाइपलाइन नहीं बिछ सकी है तो कहीं पाइपलाइन बिछाने के बाद भी सड़क को दुरुस्त नहीं किया गया है। शहर के जोन ए-एक उत्तरी भाग के तहत 68.25 किलोमीटर सीवर लाइन का काम 27 अक्तूबर 2017 को शुरू हुआ था। 26 अक्तूबर 2019 तक इसे पूरा करना था। कुछ अनापत्ति प्रमाण पत्रों के मिलने में हुई देर एवं कोरोना संक्रमण की दो लहरों के कारण काम पूरा करने की समय सीमा बढ़ाकर 31 दिसंबर 2021 कर दी गई थी। मगर इस अवधि में भी काम नहीं पूरा हो सका।
डीएम साहब नोटिस दे रहे, जलनिगम के इंजीनियर ठेकेदार को हौसला
सीवरेज कार्य की धीमी रफ्तार पर डीएम, कई बार काम करा रही फर्म मेसर्स सतीश कुमार एंड कंपनी को चेतावनी भी दे चुके हैं। दो दिन पहले उन्होंने फर्म को नोटिस देकर एक बार फिर चेताया है कि 15 मार्च तक काम नहीं पूरा हुआ तो फर्म को काली सूची में डाल दिया जाएगा। लेकिन वहीं जलनिगम के अफसरों का ठेकेदारों को खुला सरंक्षण है। बता दें कि सीवर लाइन बिछाने के साथ ही योजना के तहत नौ हजार 585 सीवर हाउस कनेक्शन दिया जाना है। इस काम को भी अब तक पूरा कर लेना चाहिए था लेकिन एक भी कनेक्शन नहीं दिया जा सका है। अब तक जितनी लंबाई में सीवर लाइन बिछायी गई है, उसका परीक्षण भी पूरा नहीं हुआ है। जबतक परीक्षण नहीं होगा, कनेक्शन नहीं दिया जा सकता। रेलवे लाइन के समानांतर करीब 174 मीटर लंबाई में होने वाला काम पिछले कई महीने से पूरा नहीं किया जा सका है।