Gorakhpur News: बाढ़ से शहर के हालात बेकाबू, NDRF ने संभाला मोर्चा, शुरू किया रेस्क्यू ऑपरेशन

Gorakhpur News: गोरखपुर शहर के बाढ़ के पानी से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं।

Published By :  Divyanshu Rao
Update: 2021-08-27 08:05 GMT

बाढ़ में फंसे लोग के बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ की टीम (डिजाइन फोटो:न्यूज़ट्रैक)

Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) गोरखपुर (Gorakhpur) शहर के बाढ़ के पानी से हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। गांव से लेकर शहर तक बाढ़ से प्रशासन की सांसें अटकी हुई हैं। गुरुवार की रात एनडीआरएफ की टीम ने शक्तिनगर वार्ड के सहयोग विहार और जंगल तुलसी राम पश्चिमी वार्ड के अकोलवा में जलभराव के कारण फंसे 32 लोगों को रेस्क्यू कर बाहर निकाला। एनडीआरएफ की मदद मदद के लिए निगम की इन्फोर्समेंट टास्क फोर्स भी मौके पर डटी रही। पार्षद के सहयोग से सभी लोगों को उनके रिश्तेदारों के वहां भेजा गया है।

सहयोग विहार में 12 लोग जलभराव के चलते फंसे थे

सहयोग विहार में मनोज यादव, केके पांडेय और विजय कुमार के परिवार के 12 सदस्य जलभराव के चलते फंस गए थे। स्थानीय पार्षद ने इनको रेस्क्यू कराने के लिए प्रयास शुरू किया। नगर आयुक्त को भी इसकी जानकारी दी गई। रात नौ एनडीआरएफ के प्रभारी बीएस चंद्रा के नेतृत्व में मौके पर टीम पहुंची और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। चारों ओर 10 फीट पानी लगा होने के कारण वे बाहर नहीं निकल पा रहे थे। शक्तिनगर वार्ड के पार्षद आलोक सिंह विशेन ने बताया कि 'तीन परिवार स्वेच्छा से वहीं पर रुके हुए हैं।

बचाव कार्य में जुटी एनडीआरएफ टीम

भूतल में फंसे लोग को एनडीआरएफ ने रेस्क्यू करके निकाला गया

जिनका आवास भूतल पर रहा उन्हें निकाला गया है। इसके बाद रात 11 बजे सूचना आई कि जंगल तुलसी राम पश्चिमी के अकोलवा में जलभराव के कारण मोहम्मद इस्लाम, रमेश यादव, कंचन श्रीवास्तव, मंगरु यादव, अभय मौर्या और रमेश यादव के परिवार के 20 लोग फंसे हुए हैं। स्थानीय पार्षद अभिमन्यु मौर्या ने नगर आयुक्त समेत एनडीआरएफ के प्रभारी को इसकी सूचना दी। 11.30 बजे एनडीआरएफ की टीम बिछिया ताड़ीखाना के पास गाड़ी खड़ी कर नाव से मौके पर पहुंची। टीम ने रेस्क्यू कर सभी को बाहर निकाला। अधिकांश लोग अपने छत पर थे और उनके घर का निचला हिस्सा पूरी तरह पानी में डूबा हुआ था।

नाला ओवरफ्लों होने के कारण इलाकों में जलभराव की स्थिति आई

उन्हें डर था कि अगर बारिश हुई तो छत तक पानी आए जाएगा। पार्षद ने बताया कि रामगढ़झील एवं तुर्रा नाला ओवरफ्लो होने की वजह से भी कई इलाकों में जलभराव जैसी नौबत आ गई है। अगर यही स्थिति रही तो बहुत से मोहल्ले पूरी तरह डूब जाएंगे। नगर निगम इन्फोर्समेंट टास्क फोर्स के प्रभारी कर्नल सीपी सिंह, संतोष श्रीवास्तव, ध्रुव त्रिपाठी, गौतम मौर्या, दीनबंधु मौर्या, सजल अग्रवाल आदि मौजूद रहे।

250 मोहल्लों में भरा बारिश का पानी, 3 लाख से अधिक लोग पानी से घिरे

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में बाढ़ ने ग्रामीण इलाकों में तो बारिश ने शहरी इलाकों में जमकर तबाही मचाई है। बीते 24 घंटे में दर्ज की गई 107 एमएम बारिश से शहर भर के 300 मोहल्ले पानी में डूब गए। हालत यह हो गई कि जिन इलाकों में कभी नहीं पानी लगा था। आज वे इलाके भी बारिश के पानी में पूरी तरह जलमग्न हो गए। गोरखपुर 1998 की बाढ़ जैसी स्थिति का सामना कर सकता है।

नगर निगम ने दावा किया शहर में पानी निकालने के लिए 80 पंपिंग सेट लगाए गए

नगर निगम का दावा है कि शहर भर के इलाकों से पानी निकालने के लिए करीब 80 पंपिंग सेट लगाए गए हैं। इसके अलावा नगर निगम की टीम लगातार इलाकों का दौरा का व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगी है। गुरुवार की दोपहर 2 बजे तक नगर निगम के कंट्रोल रूम में कुल 39 कंप्लेन आए।

इनमें सभी कंप्लेन इलाके में बारिश का पानी भरे होने के थे। मौसम वैज्ञानिक कैलाश पांडेय के मुताबिक अभी दो दिनों तक मौसम के ऐसे ही बने रहने की उम्मीद है। ऐसे में अगर बारिश की रफ्तार कम नहीं हुई तो आने वाले दिनों में शहर को डूबने से रोका नहीं जा सकेगा।

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