Gorakhpur News Today: सीएम सिटी गोरखपुर में रामगढ़ झील इलाके में विकास प्राधिकरण दे रहा 450 फ्लैट, यहां पढ़ें पूरी डिटेल

Gorakhpur News Today: गोरखपुर विकास प्राधिकरण तीन ग्रुप हासिंग योजनाओं में 450 फ्लैट बनाने जा रहा है। जीडीए अधिकारी 15 नवम्बर तक तीनों योजनाओं को लांच करने की तैयारी में जुटे हुए हैं।

Published By :  Chitra Singh
Update: 2021-10-23 03:15 GMT

रामगढ़ ताल-जीडीए (डिजाइन फोटो- सोशल मीडिया)

Gorakhpur News Today: सीएम सिटी में वीआईपी इलाका बन चुके रामगढ़ताल क्षेत्र में मल्टीस्टोरी बिल्डिंग में फ्लैट की तलाश में हैं, तो यह तलाश जल्द पूरी हो सकती है। गोरखपुर विकास प्राधिकरण (जीडीए) (gorakhpur vikas pradhikaran) तीन ग्रुप हासिंग योजनाओं में 450 फ्लैट बनाने जा रहा है। 15 नवम्बर तक तीनों योजनाओं को लांच करने की तैयारी में जीडीए के अधिकारी जुटे हुए हैं। वन, टू व थ्री बीएचके फ्लैट की कीमत 35 से 80 लाख के बीच संभावित है।

कमिश्नर और जीडीए अध्यक्ष रवि कुमार एनजी की अध्यक्षता में हुई बैठक में तीनों योजनाओं पर मुहर लगने के बाद प्राधिकरण के अधिकारी कागजी कवायद में जुट गए हैं। जीडीए उपाध्यक्ष प्रेम रंजन सिंह ने बताया कि मल्टीस्टोरी बिल्डिंग के सापेक्ष गरीबों के लिए ईडब्ल्यूएस आवास का भी निर्माण किया जाएगा।

गोरक्ष एन्क्लेव में होंगे 90 फ्लैट

चंपा देवी पार्क के पास गोरक्ष इन्क्लेव के नाम से पहली योजना लांच होगी। यहां से रामगढ़ताल का नजारा मिलेगा। इसमें टू बीएचके एवं थ्री बीएचके के 90 आवास होंगे। इस प्रोजेक्ट को मंजूरी के लिए उत्तर प्रदेश रियल एस्टेट रेगुलेटरी अथारिटी (यूपी रेरा) में आवेदन किया गया है। इसे दीपावली तक लांच करने की तैयारी है।

राप्ती ग्रीन्स में होंगे 72 फ्लैट

दूसरा प्रोजेक्ट राप्ती ग्रीन्स के नाम से चिड़ियाघर के सामने लांच किया जाएगा। इसकी भी तैयारी की जा चुकी है और जल्द ही रेरा में अनुमोदन के लिए भेज दिया जाएगा। इसमें भी टू बीएचके एवं थ्री बीएचके के 72 आवास होंगे।

गोरखपुर विकास प्राधिकरण (फाइल फोटो- न्यूज ट्रैक)

ग्रीन वुड्स अर्पाटमेंट में 300 आवास, गरीबों को भी मिलेगी जगह

चिड़ियाघर के ठीक बगल में प्रस्तावित तीसरा प्रोजेक्ट काफी बड़ा होगा। गार्डेनिया ग्रुप हाउसिंग के सामने एवं चिड़ियाघर की चहारदिवारी के बीच खाली जीडीए की करीब सात एकड़ जमीन पर लांच किया जाएगा। यहां भी टू बीएचके एवं थ्री बीएचके के करीब 300 से अधिक आवास होंगे। इसकी कार्ययोजना बनाई जा रही है।

एयरफोर्स के आसपास मकान बनवाना हुआ आसान

एयरफोर्स स्टेशन के आसपास नो कंस्ट्रक्शन जोन का दायरा घटाकर 100 मीटर करने के बाद सैनिक विहार एवं अन्य कालोनियों में शमन मानचित्र के शुल्क निर्धारण में कमी से जुड़े प्रस्ताव पर बोर्ड ने नियमानुसार कार्रवाई करने की अनुमति दी है। अब इस मामले में जीडीए उपाध्यक्ष की ओर से पत्र जारी किया जाएगा। प्राधिकरण या निजी बिल्डर की ओर से विकसित योजनाओं में पहले एक भूखंड पर एक ही मानचित्र पास कराया जा सकता था। इस नियम से एक ही परिवार के दो लोग मानचित्र नहीं पास करा पाते थे। इन भूखंडों के उपविभाजन का प्रस्ताव बोर्ड बैठक में रखा गया था, जिसपर बोर्ड ने मुहर लगा दी है। अब एक भूखंड पर आसानी से एक से अधिक मानचित्र पास कराए जा सकेंगे। जीडीए में लंबे समय से लटके इस तरह के कई आवेदनों का अब निस्तारण भी हो सकेगा। फर्टिलाइजर परिसर में प्रस्तावित सैनिक स्कूल के भूखंड का भू प्रयोग बदलने का फैसला बोर्ड द्वारा पूर्व में बाई सर्कुलेशन किया गया था। इस बैठक में इसे बोर्ड के सदस्यों के समक्ष जानकारी के लिए रखा गया।

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