गोरखपुर: हरिशंकर तिवारी परिवार को मायावती ने दिखाया पार्टी से बाहर का रास्ता, सपा से बढ़ रही हैं नजदीकियां
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और गोरखपुर के एक बड़े राजनीतिक ब्राह्मण परिवार के सदस्यों को अपनी पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। इधर, कुछ दिनों से इस बात की चर्चा जोरों पर थी
बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने पूर्व कैबिनेट मंत्री और गोरखपुर के एक बड़े राजनीतिक ब्राह्मण परिवार के सदस्यों को अपनी पार्टी से बर्खास्त कर दिया है। इधर, कुछ दिनों से इस बात की चर्चा जोरों पर थी, कि हरिशंकर तिवारी परिवार की समाजवादी पार्टी (सपा) से नजदीकियां बढ़ रही है और जल्द ही बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी सपा में शामिल होने जा रहे हैं।
देर रात बसपा अध्यक्ष मायावती ने इस आशय का आदेश जारी कर दिया। बहुजन समाज पार्टी ने गोरखपुर जिले की चिल्लूपुर सीट से विधायक विनय शंकर तिवारी, उनके बड़े भाई व पूर्व सांसद कुशल तिवारी और उनके रिश्तेदार गणेश शंकर पांडेय को पार्टी विरोधी गतिविधियों व अनुशासनहीनता के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
गणेश शंकर विद्यार्थी बसपा सरकार में विधान परिषद के सभापति थे, जबकि बेटे कुशल तिवारी सांसद थे। मायावती ने पत्र में आरोप लगाया, कि यह कार्रवाई पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण की गई है। चर्चा है कि कुशल तिवारी 2024 लोकसभा का चुनाव और विनय तिवारी आगामी विधानसभा चुनाव सपा से लड़ना चाह रहे हैं। जबकि, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की तरफ से गणेश शंकर पांडेय को विधान परिषद सदस्य बनाए जाने का आश्वासन मिल चुका है।