चिराग तले अंधेरा: योगी के गोरखपुर को फर्जीवाड़ा कर बना दिया ओडीएफ, विधायक ने खोली पोल
विधानसभा में राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर नगर निगम ने गलत सूचना देकर गोरखपुर को ओडीएफ घोषित करा दिया है, लेकिन माजरा तो कुछ और ही है।
UP Vidhan Sabha Satra: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर शहर के नगर विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (Radha Mohan Das Agarwal) इन दिनों चर्चा का विषय बने गए है। दरअसल, विधानसभा में राधा मोहन दास अग्रवाल ने कहा कि गोरखपुर नगर निगम (Gorakhpur Municipal Corporation) ने गलत सूचना देकर गोरखपुर को ओडीएफ घोषित करा दिया (Gorakhpur declared ODF) है, लेकिन माजरा तो कुछ और ही है। गोरखपुर के कई वार्डों में शौचालय (Shauchalaya) की अभी भी व्यवस्था नहीं की गई है। इन वार्डों में लोग अभी भी खुले में शौच करने जाते है।
विधानसभा सत्र (Assembly Session) के दौरान विधायक डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल (Radha Mohan Das Agarwal) ने कहा, " दो साल पहले ही गोरखपुर नगर निगम ने घोषणा की थी कि गोरखपुर महानगर में अब कोई भी खुले में शौच करने नहीं जाता है, लेकिन मैं जिस भी वार्ड में जाता हूं, उस वार्ड की महिलाएं घर में शौचालय (Toilet) न होने की बात कहती हैं।" इस दौरान विधायक ने फिर से इसकी जांच कराने की मांग की है। इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष (Speaker of the Assembly) ने सरकार को स्पष्टीकरण देने का निर्देश दिया है।
विधानसभा में अपना पक्ष रखते हुए नगर विधायक राधा मोहन दास अग्रवाल (Nagar Vidhayak Radha Mohan Das Agarwal) ने कहा, "मैं निजी स्तर से महरवा की बारी टोले और वार्ड संख्या-1 के नवलपुरवा की जांच करने की कोशिश की। इस जांच में महिलाओं ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया और आवेदन के साथ मेरे घर पहुंची।" इस दौरान नगर विधायक ने उन महिलाओं का नाम, पता और मोबाइल नंबर की सभी जानकारियां विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष प्रस्तुत की और फिर से नए तरीके से शौचालयों सर्वेक्षण की जांच करने की मांग की।
बताते चलें कि विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने विधायक के मसले को ध्यानपूरक सुना और इसे स्वीकार करते हुए सरकार स्पष्टीकरण देने का आदेश दिया है। वहीं नगर आयुक्त अविनाश सिंह (Municipal Commissioner Avinash Singh) ने इस मसले पर कहा, "नगर निगम की ओर से जल्द ही शिविर लगाी जाएगी और कोशिश होगी कि हर एक घर में शौचालय हो।"