सोनिया को आई रायबरेली की याद: DM को लिखा पत्र, सांसद निधि से दिए 1.17 करोड़

डीएम रायबरेली को सोनिया गांधी ने पत्र लिखकर भेजा है। अपनी सांसद निधि में उपलब्ध धनराशि खर्च करने की अनुमति दी है।

Reporter :  Narendra Singh
Published By :  Suman Mishra | Astrologer
Update: 2021-04-24 08:00 GMT

   सोनिया गांधी फाइल फोटो( साभार-सोशल मीडिया)

रायबरेली: कांग्रेस के अंतरिम अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के रायबरेली(Raebareli) से सांसद सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को अपने क्षेत्र के लोगों की आखिरकार याद आ गई है। रायबरेलीवासियों की मदद और इलाज के लिए अपनी सांसद निधि (MP Fund) से उन्होंने एक करोड़ 17 लाख 77 हजार रुपये दिए हैं। उनका ये कदम राजनैतिक स्टंट है या सोशल मीडिया (Social Media)पर लोगों द्वारा की जा रही फजीहत, ये अलग विषय है।

डीएम रायबरेली वैभव श्रीवास्तव को सोनिया गांधी ने शुक्रवार को एक पत्र लिखकर भेजा है। जिसमें उन्होंने अपनी सांसद निधि में उपलब्ध पूरी धनराशि कोरोना सुरक्षा में खर्च करने की अनुमति दी है। सोनिया गांधी ने कहा है कि हमें अपने जिले की जनता की काफी फिक्र है। सभी से कोरोना को लेकर सतर्कता बरतने और घर में ही रहने की अपील की है।

500 बेड के अस्थाई अस्पताल के लिए MLC ने लिखा था पत्र

बता दें कि शुक्रवार को ही सोनिया गांधी के विरूद्ध 2019 में ताल ठोकने वाले एमएलसी दिनेश सिंह ने भी डीएम रायबरेली को एक पत्र लिखा था। दिनेश सिंह ने लिखा था कि यदि जनपद में ऑक्सीजन का अभाव है, तो इसे सावर्जनिक करें और निर्धारित करें की जरूरतमंद लोग उस स्थान पर संपर्क कर सकें।

एमएलसी ने डीएम को लिखा, 500 बेड के अस्थायी अस्पताल जीआईसी की सेकेंड फील्ड पर बनाए। अस्पताल में कूलर, पंखा, लाइट की व्यवस्था पेशकश की है। आने वाले व्यय की आप चिंता न करें, अगर मेरी क्षमता से अधिक होगा तो मैं झोली लेकर रायबरेली में निकलूंगा तो सब पूरा हो जाएगा।

शुक्रवार को एल-2 हास्पिटल में 5 ने तोड़ा था दम

बता दें शुक्रवार को जिले के लालगंज स्थित रेल कोच फैक्ट्री में बने एल-2 हास्पिटल में कोरोना के पांच मरीजों ने ऑक्सीजन के अभाव और लापरवाही से दम तोड़ दिया था। इसमें भदोखर थाना क्षेत्र के सुलतानपुर आइमा निवासी अरविंद पाण्डेय के पिता श्याम सुंदर पाण्डेय की मौत हुई थी। उनके बेटे अरविंद का आरोप था कि सुबह 9 बजे से लेकर दोपहर सवा बारह बजे तक भटकता रहा और इलाज के अभाव में उसके पिता ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया था। वहीं एक तस्वीर महाराजगंज के आशीष के पिता की सामनें आई थी, जिसमें उसका कहना था लाश मेरे पिता कि है। मैं परसो पिता को यहां भर्ती कराया, शुक्रवार को आक्सीजन नहीं मिलने से पिता ने दम तोड़ दिया है।

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