Raebareli News: कारागार में बंद बंदी हो सके आत्मनिर्भर, सिखाया जा रहा माटी कला
Raebareli News: दीपकों को दिपावली में स्तेमाल करने में लाभ मिलेगा ओडीओपी के तहत रायबरेली जिला कारागार में बंद बंदियों के लिए लकड़ी से बने उत्पाद बना रहे है।
Raebareli News: रायबरेली में जिला कारागार में बंद बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार के जेल मंत्री धर्मवीर प्रजापति के निर्देश दिए गए । जिला कारागार रायबरेली में जेल अधीक्षक अविनाश गौतम के द्वारा बंद बंदियों को माटी कला के लिए जेल में बंद 15 बंदियों को प्रशिक्षित किया जा रहा है । ताकि बंदी जब जेल से छूट कर जब बाहर जाएं तो अपने परिवार के लिए रोजगार की दिक्कत ना हो । वहीं दूसरी तरफ दीपावली के पावन पर्व पर बंदियों द्वारा बनाए बनाये जा रहे ।
दीपकों को दिपावली में स्तेमाल करने में लाभ मिलेगा ओडीओपी के तहत रायबरेली जिला कारागार में बंद बंदियों के लिए लकड़ी से बने उत्पाद बना रहे है । ओडीओपी के तहत 10 बंदियों को काष्ठ कला के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है । ताकि जेल से छूटने के बाद वह अपना स्वयं का रोजगार करके सम्मान पूर्वक अपने जीवन का निर्वहन कर सकें । सभी बंदियों में सरकार द्वारा चलाई जा रही । यह योजनाओं को लेकर जबरदस्त उत्साह है ।
जेल प्रशासन की भी हर जगह प्रशंसा
वहीं बंदियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए जिला जेल प्रशासन की भी हर जगह प्रशंसा हो रही है । वही जेल के जेलर सत्य प्रकाश का कहना है की मंत्री के निर्देश पर ओडी ओपी के तहत जिला कारागार में बंदियों द्वारा आत्मनिर्भर बनाने के लिए मिट्टी के बर्तन और दीपक और काष्ट कला में लकड़ियों से बनने वाले सामग्री का उपयोग बाजारों में भी होगा । हमारे जिला जेल में इस तरीके के तमाम ऐसे कार्य किए जाते हैं जिसको लेकर हर समय पर तरह-तरह के आयोजन भी बंदियों के साथ बैठक कर की जाती है । हमारे जिला जेल में कोरोना कॉल में बंदियों ने सबसे ज्यादा मास्क का बनाने का काम किया था और मार्केट में भी कोविड-19 महामारी के समय में भारी संख्या में मास्क उपलब्ध कराए थे । हमारे यहां महिला बंदियों की भी आत्म निर्भर बनाने के लिए ब्यूटी पार्लर कार्यशाला का भी कोर्स कराया जा रहा है । महिला बंदी छूटने के बाद घर जाए तो अपना कार्य सुचारू रूप से कर सके ।