यहां दिखते हैं भूत, आती है इन स्टेशनों के पास डरावनी आवाजें
अंग्रेजों ने यहां स्वतंत्रता सेनानी टंट्या भील को मार कर फेंक दिया था। आज भी यहाँ से गुजरने वाली हर ट्रैन टंट्या मां की समाधी को सलामी देने के बाद ही आगे बढ़ती है।
लखनऊ: भूतों की कई कहानियां सुनी होगी, जिसमें डर और मौत दोनों होते हैं। लेकिन ये कहानियां सच हो तो इंसान खौफ से पानी-पानी हो जाता हैं। लोग ऐसी जगहों पर जाना ही पसंद नहीं करते, जिससे भूतों का कोई वास्ता हो। लेकिन भारत की सबसे बड़ी यातायात सेवा रेल से ही भूतों का सम्बन्ध हो तो यह बड़ी खौफनाक बात हैं।
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ऐसा ही कुछ हैं भारत के कुछ रेलवे स्टेशन के साथ जहां भूतों का साया बताया जाता हैं और इसी कारण से यहां ट्रेन रोकने में भी डर लगता हैं। जानते उनके बारे में...
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नैनी रेलवे स्टेशन, यूपी
कई लोगो ने यहां भटकती आत्मा देखने का दावा किया है। लोगों के अनुसार ये आत्मा किसी स्वतंत्र सेनानी की है, जो शायद नैनी जेल में बन्द था। जेल स्टेशन के पास ही है।
पातालपानी, मध्यप्रदेश
अंग्रेजों ने यहां स्वतंत्रता सेनानी टंट्या भील को मार कर फेंक दिया था। आज भी यहाँ से गुजरने वाली हर ट्रैन टंट्या मां की समाधी को सलामी देने के बाद ही आगे बढ़ती है।
सोहागपुर, मध्यप्रदेश
रात को सुनसान पड़े रहने वाले इस स्टेशन पर रात को किसी औरत के चिल्लाने की अजीनोगरीब आवाज़ें आती है।
बेगुनकोडोर रेलवे स्टेशन,प. बंगाल
42 साल से ये स्टेशन बन्द है। जिसने भी यहाँ सफ़ेद साड़ी वाली महिला को घूमते देखा उसकी मौत हो गयी। 1967 में में आखिरी बार ऐसा हुआ था। तब से ये स्टेशन बन्द है।
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लुधियाना रेलवे स्टेशन, पंजाब
2004 में यहाँ के रिजर्वेशन सेंटर के एक कमरे में काम करने वाली कर्मचारी की मौत हो गयी थी। आज भी उसकी आत्मा यहाँ भटकती है।
एमजी रोड रेलवे स्टेशन, गुडगाँव
एक बुजुर्ग महिला की यहाँ मौत हो गयी थी। तब से वह स्टेशन पर जीभ और आंखें बहार निकल कर दौड़ लगाती है।
बड़ोग रेलवे सुरंग, शिमला
ब्रिटिश इंजीनियर जनरल बड़ोग ने यहाँ आत्महत्या की थी। आज भी यहाँ उन्हें करहाने की आवाज़ सुनाई देती है।