यूपी में नियंत्रित की जा रही बाढ़ के हालात, तैयार की गयी रेस्क्यू टीमें
पूरे प्रदेश में इस समय बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है। राज्य सरकार का दावा है कि फिलहाल प्रदेश में सभी तटबंध सुरक्षित है।
लखनऊ: पूरे प्रदेश में इस समय बाढ़ की स्थिति खराब होती जा रही है। राज्य सरकार का दावा है कि फिलहाल प्रदेश में सभी तटबंध सुरक्षित है। बाढ़ के संबंध में निरन्तर अनुश्रवण का कार्य किया जा रहा है। कहीं भी किसी प्रकार की चिंताजनक परिस्थिति नहीं है।
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सर्च एवं रेस्क्यू के लिए बनाई गयी टीमें
प्रदेश के बाढ़ प्रभावित जनपदों में सर्च एवं रेस्क्यू के लिए NDRF की 15 टीमें तथा PAC की सात टीमें इस प्रकार कुल 22 टीमें तैनाती की गयी है। 1,107 नावें बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में लगायी गयी है। अतिवृष्टि की आपदा से निपटने के लिए बचाव व राहत प्रबन्धन के सम्बन्ध में राज्य सरकार की तरफ से बराबर प्रयास में जुटी हुई है।
बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 373 बाढ़ शरणालय तथा 784 बाढ़ चैकियां स्थापित की गयी है। इस समय प्रदेश के 16 जनपद (अम्बेडकरनगर, अयोध्या, आजमगढ़, बहराइच, बलिया, बाराबंकी, बस्ती, देवरिया, फर्रूखाबाद, गोण्डा, गोरखपुर, कुशीनगर, लखीमपुरखीरी, पीलीभीत, संतकबीरनगर, तथा सीतापुर) के 875 गांवों बाढ़ से प्रभावित है। शारदा नदी, पलिया कला (लखीमपुरखीरी), शारदा बैराज (लखीमपुरखीरी), सरयू (घाघरा) नदी, तुर्तीपार (बलिया), सरयू (घाघरा) नदी एल्गिनब्रिज (बाराबंकी), राप्ती नदी राप्ती बैराज (श्रावस्ती) तथा सरयू (घाघरा) नदी (अयोध्या) में अपने खतरे के जलस्तर से ऊपर बह रही है।
राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया
उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि मुख्यमंत्री जी ने बाढ़ प्रभावित जनपदों के जिलाधिकारियों को निर्देश दिये है कि बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों में राहत पहुचाने हेतु लगाई गई नौकाएं कही से भी क्षतिग्रस्त न हो और नौवहन के लिए पूर्णतया सुरक्षित हो, साथ ही यह भी सुनिश्चित किया जाए कि नौका परिचालन के समय उसकी क्षमता से अधिक व्यक्ति व सामान का वहन उससे न किया जा रहा हो। नौकाओं का परिचालन अनुभवी नाविकों से कराये जाने के निर्देश दिये हैं।
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उन्होंने बताया कि प्रदेश में 380 पशु शिविर स्थापित किये गये है तथा 6,71,261 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब तक कुल 2,789 कुंतल भूसा वितरित किया गया है। आपदा से निपटने के लिए जनपद एवं राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केन्द्र की स्थापना की गयी है। उन्होंने कहा कि किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा के संबंध में कोई भी समस्या होती है तो वह जनपदीय आपदा नियंत्रण केन्द्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्प लाइन नं0-1070 पर फोन कर सम्पर्क कर सकता है।
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