आजमगढ़: 'आतंकियों के गांव' के नाम से पहचाने जाने वाले संजरपुर के रहने वाले रिजवान अहमद को उत्तराखंड सरकार ने मदरसा बोर्ड का वाइस चेयरमैन बनाया है। साथ ही उन्हें राज्यमंत्री का दर्जा भी प्रदान किया गया है।
रिजवान अहमद के इस पद पर चुने जाने से संजरपुरवासी खुश हैं। अहमद राज्यमंत्री बनने के बाद बुधवार को पहली बार अपने गांव पहुंचे तो लोगों ने उन्हें सिर आंखों पर बिठा लिया। रिजवान के लिए संजरपुरवासियों की ओर से पांच जनवरी गुरुवार को गांव में स्वागत समारोह का आयोजन किया गया है।
कौन हैं रिजवान अहमद?
-रिजवान अहमद ने गांव से ही प्राथमिक शिक्षा प्राप्त की थी।
-बाद में क्षेत्र के बीनापारा इंटर कॉलेज, शिब्ली नेशनल कॉलेज, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी और गढ़वाल यूनिवर्सिटी से उच्च शिक्षा ग्रहण की।
-इसके बाद 19 वर्ष की आयु में वे देहरादून जाकर रहने लगे।
-वहां रहते हुए उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू की।
-अहमद उत्तराखंड सरकार की ओर से वे प्रधानमंत्री के 15 सूत्रीय कार्यक्रम के 12 वर्षों तक सदस्य रहे।
-अहमद संविधान विशेषज्ञ के साथ-साथ राष्ट्रीय स्तर के राजनैतिक विश्लेषक भी हैं।