हर दिन 2 करोड़ रुपए का भुगतान, 1 लाख से अधिक श्रमिकों को मिलेगा लाभ
इस मुश्किल घड़ी में मनरेगा उन मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है जो शहर के लाकडाउन में अपनी रोज़ी रोटी गंवा अपने घरों को वापस लौटे है।
लखनऊ। केंद्र सरकार की मुहिम के तहत उत्तर प्रदेश के हर ज़िले में बाहर से आए श्रमिकों को मनरेगा के तहत काम दिया जा रहा है। इस मुश्किल घड़ी में मनरेगा उन मजदूरों के लिए वरदान साबित हो रही है जो शहर के लाकडाउन में अपनी रोज़ी रोटी गंवा अपने घरों को वापस लौटे है। प्रधानमन्त्री द्वारा आर्थिक पैकेज में मनरेगा को अतिरिक्त 40,000 करोड़ रूपए आवंटित करने का ही परिणाम है कि उत्तर प्रदेश का जो प्रयागराज 10 दिन पहले तक मनरेगा की टाप-10 सूची में शामिल था वो अब किसानों को रोजगार उपलब्ध कराने के मामले में टॉप -5 की लिस्ट में शामिल हो गया है।
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40 हजार से अधिक कामगार
ज़िले के मनरेगा उपायुक्त कपिल कुमार ने बातचीत में बताया कि विकास के 24 हजार से अधिक काम शुरू दिए गए हैं ।जिसमें एक लाख से अधिक श्रमिकों को कार्य पर लगाया गया है । हर दिन 2 करोड़ 2 लाख रुपए का भुगतान श्रमिकों के बैंक खाते में सीधे भेजा जा रहा है।
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मनरेगा में इस समय कार्य कर रहे मजदूरों में से 40 हजार से अधिक कामगार वो श्रमिक हैं जो दूसरे शहरों से हालहि में गांव लौटे हैं। गांव में तालाबों की खुदाई, नाली निर्माण, मेड़बंदी ,समतलीकरण, कच्ची सड़क निर्माण, नाला की सफाई ,किसानों की सिंचाई के लिए नाली निर्माण एवम् खेतों में बंधी निर्माण को प्राथमिकता दी जा रही है।
इससे आने वाले बरसात के पानी को संरक्षित करने एवं किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए सिंचाई की नालियों का गहरीकरण का कार्य हो जाने से बरसात के जल का संरक्षण हो सकेगा। बाहर से आए मजदूरों ने बताया कि जिस तरह से और ज़्यादा मात्रा में प्रवासियों के लिए रोज़गार के इंतजाम किए गए है वो काफी सराहनीय है।
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