सपा ने कंडम एम्बुलेंस का वीडियो ट्वीट कर योगी सरकार को घेरा, जाने क्या है Viral Video की सच्चाई
सपा के ट्वीट किया है कि गोरखपुर के सहजनवा सीएचसी में कूड़े में खड़ी 108 एंबुलेंस भाजपा सरकार के नाकारा होने प्रमाण है।
गोरखपुर: सीएम सिटी गोरखपुर के सहजनवा सीएचसी में कूड़े में खड़ी 108 एंबुलेंस (Ambulances) का वीडियो समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के ट्विटर हैंडल पर लगाये जाने के बाद स्वास्थ्य महकमे में हड़कंप मच गया है। हालांकि बाद में जब वीडियो की पड़ताल की गई, तो पता चला कि ये एम्बुलेंस डेढ़ साल पहले ही कंडम घोषित हो चुकी हैं। इसकी जगह नई एम्बुलेंस बेड़े में शामिल हो चुकी है।
बता दें कि सपा ने जो वीडियो ट्वीट किया है, उसमें गोरखपुर के सहजनवां सीएचसी पर चार एम्बुलेंस कबाड़ में खड़े नजर आ रहे हैं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग से जुड़े जिम्मेदारों के मुताबिक, इसमें से एक एम्बुलेंस 108 सेवा वाली है। शेष तीन दूसरी सेवाओं के तहत चलती थीं। जो कबाड़ हो गई हैं। 108 सेवा के प्रभारी अजय उपाध्याय ने बताया कि 'सहजनवां सीएचसी पर खड़ी एम्बुलेंस में से एक ही 108 सेवा की है। इन्हें डेढ़ साल पहले ही कबाड़ घोषित किया जा चुका है। इसे सीएमओ को हैंडओवर भी किया जा चुका है। इसकी जगह नई एम्बुलेंस बेड़े में शामिल है। गोरखपुर में जितनी 108 सेवा की एम्बुलेंस एलाट हैं सभी संचालित हैं।'
बता दें कि गोरखपुर में 108 सेवा की 46 एम्बुलेंस तो 102 सेवा की 50 एम्बुलेंस संचालित होती है। इसके साथ ही एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम से लैस 4 एम्बुलेंस संचालित है। सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय के सीयूजी नंबर 8005192660 पर उनका पक्ष लेने की कोशिश की गई, लेकिन नंबर नहीं उठा।
ये लिखा है सपा के ट्वीटर पर
सपा के ट्विटर पर लिखा है कि सीएम सिटी गोरखपुर के सहजनवा सीएचसी में कूड़े में खड़ी 108 एंबुलेंस भाजपा सरकार के नाकारा होने प्रमाण है। सपा सरकार में शुरू हुई 108 एंबुलेंस सेवा की यदि भाजपा सरकार कद्र करती और योजना को विस्तार देती, तो गांवों-कस्बों और शहरों में आज मरीजों को ठेलों और रिक्शों पर नहीं ले जाना पड़ता।
सपा जिलाध्यक्ष का आरोप, झूठी वाहवाही ले रही है योगी सरकार
सपा के ट्विटर पर वीडियो पोस्ट होने के बाद सपा जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी भी सरकार पर हमलावर हैं। समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष नगीना प्रसाद साहनी ने कहा कि कोरोना महामारी और ब्लैक फंगस के आतंक के बीच भी भाजपा सरकार सच को पूरी तरह नकारने, जनता में भ्रम फैलाने और झूठी वाहवाही लेने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है। शहर से गांव तक चिकित्सा व्यवस्था बर्बाद कर आंकड़ों और जुबानी दावों के साथ कोरोना संक्रमण, ब्लैक फंगस और टीकाकरण सभी क्षेत्रों में हवाई कन्ट्रोल हो चुका है जबकि शहरों के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी स्वास्थ्य सेवाओं पर बदइंतजामी का ताला पड़ा हुआ है।
कोरोना और ब्लैक फंगस के इलाज में अव्यवस्थाएं
जिलाध्यक्ष ने आरोप लगाया कि दवा, इलाज के लिए हाहाकार मचा है। कागजों पर इलाज, जमीन पर बेइलाज यही नियति हो गयी है। कोरोना और ब्लैक फंगस के इलाज में अव्यवस्थाएं छुपाए नहीं छुप रही हैं। अभी भी रोज मौते हो रहीं हैं। दवा, इंजेक्शन, समय से इलाज के अभाव के साथ इनकी कालाबाजारी पर सरकार रोक नहीं लगा पायी। कोरोना महामारी का अगला दौर बच्चों तक फैलने की चेतावनी है। टीकाकरण अभियान का भी भाजपा सरकार ने मजाक बना दिया है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि टीकाकरण की नीति की अस्पष्टता, पंजीकरण में बाधाएं, फिर सेंटरों पर टीका नहीं होने की दुर्व्यवस्था से जनता परेशान है। सरकारी व्यवस्था में जो कमियां उजागर हो रही है, उनके प्रति सकारात्मक रुख अपनाए। अपने झूठ पर पर्दा डालने की उसकी रीति नीति से बड़ी संख्या में लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ी है। आज भी सैकड़ों लोग इलाज के लिए तरस रहे हैं। न दवा, न बेड, न टेस्ट, न वैक्सीन भाजपा के कारण यही नियति है। गांवों में लोग बुखार में तप रहे हैं। जनता अब भाजपा को हटाने के इंतजार में है।