लखनऊ: 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' हुआ शुरू, शुभम सोती फाउंडेशन ने उठाया ये बीड़ा
सोमवार को 'शुभम सोती फाउंडेशन' द्वारा 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' का शुभारम्भ करते हुए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पीजीआई गेट के निकट 'शुभम सोती फ़ाउंडेशन' द्वारा व संजय गांधी पीजीआई कर्मचारी महासंघ के सहयोग से 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' का शुभारम्भ किया गया।
लखनऊ: सोमवार को 'शुभम सोती फाउंडेशन' द्वारा 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' का शुभारम्भ करते हुए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। पीजीआई गेट के निकट 'शुभम सोती फ़ाउंडेशन' द्वारा व संजय गांधी पीजीआई कर्मचारी महासंघ के सहयोग से 'सड़क सुरक्षा सप्ताह' का शुभारम्भ किया गया। इस कार्यक्रम में साइकिलों, ई-रिक्शा एवं समान ढ़ोने वाले रिक्शों पर रेडीयम के रेफ़्लेक्टर लगाये, जिससे अंधेरे में ये दूर से रोड पर दिखायी दें और इनके चालक सुरक्षित अपने गंतव्य पर पहुंच सकें।
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इस मुहिम में PGI के कर्मचारी महासंघ के महासचिव धर्मेश कुमार ने कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर भाग लिया और कार्यक्रम को सफल बनाने में अहम योगदान भी प्रदान किया। इस सड़क सुरक्षा जागरूकता अभियान का उद्देश्य है कि ठंड में किसी का सड़क दुर्घटना की वजह से देहांत न हो, क्योंकि सर्दी में कोहरे की वजह से ठीक से दिखाई नहीं देता, ऐसे में साइकिल वालों को अधिक खतरा रहता है। उनकी सुरक्षा हेतु उनकी साइकिल में रेडियम रिफ्लेक्टर लगाए गए।
यह मुहिम सोमवार को पीजीआई से प्रारम्भ होकर 'सड़क सुरक्षा जागरूकता' के नाम से लखनऊ के अलग-अलग जगहों पर चलाई जाएगी।
कार्यक्रम में शुभम सोती फाउंडेशन के अध्यक्ष आशुतोष सोती, संजय द्विवेदी, रमेश कुमार, अभिषेक पांडेय और दीपक मिश्रा उपस्थित रहे। पीजीआई गेट चौकी पर पोस्टेड TSI रामश्रेय सिंह ने कार्यक्रम के संचालन में अपना भरपूर योगदान दिया।
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बेटे की मृत्यु के बाद शुरू किया फाउंडेशन
इस फाउंडेशन के फाउंडर आशुतोष सोती ने 'न्यूज़ट्रैक' से हुई बातचीत में बताया कि 'मैं इस फाउंडेशन को लगभग पिछले 10 वर्षों से चला रहा हूं। इसको शुरू करने के पीछे की वजह मेरे बेटे की मृत्य थी, जिसका सड़क दुर्घटना में देहांत हो गया था। बेटे की मृत्यु होने के बाद ही मैंने यह संकल्प लिया कि अब सड़क दुर्घटना से लोगों को बचाना है, जिसके लिए मैं कई सालों से प्रयासरत हैं। मैं करीब 10 वर्षों से सालभर ऐसे कार्यक्रम राजधानी में अलग-अलग जगहों पर आयोजित करता रहता हूं, जिससे लोग सड़कों पर सुरक्षित चल सकें। इस फाउंडेशन का नाम भी मैंने अपने बेटे शुभम के नाम पर ही रखा है। मेरा उद्देश्य लोगों के अंदर सड़कों पर चलने को लेकर जागरूकता पैदा करना है।'
शाश्वत मिश्रा