इलाहाबाद के अटाला इलाके में बूचड़खाने पर प्रशासन ने लगाया ताला, रोजगार पर संकट
इलाहाबाद: अटाले इलाके में बने बूचड़खाने में बीती रात प्रशासन द्वारा ताला लगा दिया गया। हजारों लोग बूचड़खाने बंद होने की खबर से परेशान हो गए है। प्रशासन के इस फरमान से लोग काफी परेशान है। बूचड़खाने के बंद करने के फैसले से लोग बेरोजगारी की कतार में खड़े हो गए है। लोगों का कहना है कि सरकार कसाईखानों को बंद कर दे लेकिन सैकड़ो बेरोजगार कसाईयों की रोजी रोटी का इंतज़ाम करे।
रोजगार पर संकट
-कारोबार ठप्प हो चुका है।
-सारी दुकान खाली है।
-बूचड़खाने में काम करने वालों का कहना है कि हजारों की संख्या में लोग इस भूचड़खाने में काम करते थे।
-इस फैसले से उनके रोजगार पर संकट मडंरा रहा है।
-लोगों का कहना है कि बाप दादा के ज़माने से चले आ रहे रोज़गार को बंद कर अब नया काम शुरू करने की कूबत उनमे नहीं है।
-अब ये लोग चाहते हैं कि या तो सरकार बूचड़खाने को बंद करने के फैसले को वापस ले या फिर रोज़गार मुहैया कराए।
वहीं पशुधन अधिकारी धीरज गोयल का कहना है की ये स्लाडर हॉउस पहले ही बंद कर दिए गए थे, लेकिन सवाल ये उठता है कि अगर बूचड़खाने पहले ही बंद किए गए थे तो कल सरकार बनने के बाद ताले क्यों लगाए गए।