Sonbhadra: सोनभद्र में लगी स्ट्रीट लाइटों में बड़ा घोटाला, कई ग्राम पंचायतों में पकड़ी गई गड़बड़ी
Sonbhadra News: मंडलायुक्त की तरफ कराई गई जांच में जहां स्ट्रीट लाइटों सहित अन्य कई कार्यों में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है।
Sonbhadra News Today: बेंच घोटाला, सफाई किट घोटाला के बाद, अब ग्राम पंचायतों में लगाई गई स्ट्रीट लाइटों को लेकर भी बड़े घोटाले की आशंका गहराने लगी है। इसको लेकर मंडलायुक्त की तरफ कराई गई जांच में जहां स्ट्रीट लाइटों सहित अन्य कई कार्यों में बड़ी गड़बड़ी सामने आई है। वहीं मंडलीय उपनिदेशक पंचायत विंध्याचल मंडल रामजियावन और पंचायती राज निदेशक की तरफ से डीपीआरओ को कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। मंडलीय उपनिदेशक के तरफ से दिए गए निर्देश का अनुपालन शीघ्र न किए जाने पर, कार्रवाई की संस्तुति करते हुए मामला मंडलायुक्त को संदर्भित करने की भी चेतावनी दी गई है।
- जांच में कहीं अभिलेख मिला गड़बड़, कहीं घोटाले का खेल, कहीं जांच के लिए नहीं दी गई फाइलः
मंडलायुक्त के निर्देश पर पिछले महीने मंडलीय उपनिदेशक रामजियावन ने जिले का दौरा कर कई ग्राम पंचायतों में कराए गए कार्यों और ली गई आपूर्ति की जांच की थी। जांच के बाद इसकी लगभग आठ पेज की निरीक्षण आख्या, जारी करने के साथ ही, सलखन, मारकुंडी, लोहरा सहित अन्य ग्राम पंचायतों में, जहां-जहां गड़बड़ी मिली थी, वहां विस्तृत जांच कराने के साथ ही, संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए थे। खासकर राबटर्सगंज ब्लाक के सलखन ग्राम पंचायत में स्ट्रीट लाइट, इंटरलाकिंग आदि में गंभीर अनियमिता, मारकुंडी ग्राम पंचायत में जांच के लिए अभिलेख न उपलब्ध कराए जाने, करमा ब्लाक के लोहरा में स्ट्रीट लाइट लगाने में की गई गड़बड़ी में भी गंभीर अनियमितता पाई गई थी। इन मामलों को लेकर डीपीआरओ को मामले की विस्तृत जांच कराने और गड़बड़ी के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी दिए गए हैं। बावजूद कार्रवाई न होने पर एक बार फिर से मंडलायुक्त ने डीपीआरओ को मामले में कार्रवाई करने और उससे अवगत कराने का निर्देश दिया है।
- निर्देश के बाद भी कार्रवाई न होने के मसले से मंडलायुक्त को कराएंगे अवगतः
मंडलीय उपनिदेशक रामजियावन ने हुई वार्ता में डीपीआरओ को कार्रवाई का निर्देश दिए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि जांच के बाद उसी समय निरीक्षण आख्या के साथ कार्रवाई के निर्देश जारी किए जा चुके हैं। बावजूद कार्रवाई की सूचना न मिलने पर दोबारा पत्र जारी किया गया है। सलखन और मारकुंडी मामले में उनकी तरफ से और लोहरा के मामले में पंचायती राज निदेशक की तरफ से कार्रवाई के निर्देश निर्गत किए जा चुके हैं। अगर दो-तीन दिन के भीतर, निर्देश के क्रम में की गई कार्रवाई की जानकारी नहीं मिलती है तो स्थिति से मंडलायुक्त को अवगत करा दिया जाएगा। इस मसले पर जानकारी के लिए डीपीआरओ को काल की गई लेकिन वह वार्ता के लिए उपलब्ध नहीं हो पाए।