Sonbhadra News: कानपुर के कबाड़ियों के यहां खपाई जा रही नमामि गंगे की पाइप, तीन गिरफ्तार
Sonbhadra News: नमामि गंगे योजना के तहत हर घर नल के क्रम में बिछाई जा रही पाइप, चुराकर कानपुर के कबाड़ियों के यहां खपाई जा रही है।
Sonbhadra News: नमामि गंगे योजना (Namami Gange Project) के तहत हर घर नल के क्रम में बिछाई जा रही पाइप, चुराकर कानपुर के कबाड़ियों (Kanpur junkyards) के यहां खपाई जा रही है। इसके लिए सोनभद्र (Sonbhadra) और वाराणसी (Varanasi) के कुछ ट्रांसपोर्टरों से सांठगांठ कर, फर्जी कागजात बनाए जा रहे हैं। इसके बाद चोरी किए गए पाइपों को ट्रकों के जरिए कानपुर पहुंचाया जा रहा है। पुलिस ने बुधवार को इससे जुड़े गिरोह का खुलासा किया तो हर कोई हैरत में पड़ गया। पता चला कि अब तक 10 ट्रक पाइप कानपुर पहुंचाया जा चुका है।
मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस ने इससे जुड़े रैकेट का खुलासा करने के साथ ही, चार ट्रक पाइप और गिरोह को संचालन करने वाले सगे भाई सहित तीन को गिरफ्तार (three arrested) कर लिया है। बरामद पाइप की कीमत लगभग 15 लाख बताई जा रही है।
बुधवार को दोपहर बाद पुलिस लाइन में एसपी डा. यशवीर सिंह ने आरोपियों की गिरफ्तारी सार्वजनिक की। बताया कि अनपरा क्षेत्र में हर घर नल योजना के तहत बिछाए जा रहे पाइपों के चोरी होने की सूचना मिल रही थी, जिसकी रोकथाम के लिए एएसपी मुख्यालय विनोद कुमार के निर्देशन और सीओ पिपरी के पर्यवेक्षण में अनपरा पुलिस की टीम गठित की गई थी। मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर मंगलवार की रात धनखड़ मोड, बैरपान, थाना अनपरा के पास दबिश देकर चोरी की पाइप लदे तीन ट्रकों ( टाटा 1412 डी.सी.एम, आइसर व कंटेनर ) को कब्जे में लेने के साथ ही विकास कुमार पटेल, उसके भाई संदीप कुमार पटेल पुत्र जयराम पटेल, निवासी कुसही, थाना दिनारा, रोहतास, बिहार, हालपता- कटेसर रतनपुर पड़ाव, थाना मुगलसराय जिला चंदौली, अमित उर्फ अनुपम पांडेय पुत्र सिद्धनाथ पांडेय निवासी हुसैनीपुर, महराजगंज, थाना औराई, जिला भदोही को गिरफ्तार कर लिया गया।
वहीं दो व्यक्ति अंधेरे और जंगल का लाभ उठाकर भाग निकले, जिनकी तलाश जारी है। ट्रकों पर चोरी का कुल 87 पाइप, वजन 29 टन और उन्हें कानपुर पहुंचाने के लिए तैयार किए गए फर्जी कूटरचित ई-वे बिल और ट्रांसपोर्ट की बिल्टी बरामद की गई।
बगैर नंबर प्लेट वाले बोलेरो से करते थे रेकी, हाइड्रोलिक ट्रैक्टर से करते थे लदान
पाइप कहां-कहां रखा हुआ है, कहां से इसे आसानी से उठाया जा सकता है। इसके लिए गिरोह के लोग बगैर नंबर प्लेट वाले बोलेरो से रेकी करते थे और उसके हिसाब से ट्रक की व्यवस्था कर फर्जी बिल और कागजात तैयार करते थे। इसके बाद हाइड्रोलिक ट्रैक्टर से उसे ट्रक पर लादकर कानपुर ले जाते थे। वहां 2200 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से उसकी बिक्री जाती थी। कहीं से किसी को शक न होने पाए, इसके लिए ट्रक ड्राइवरों को फर्जी कागजात सौंपते समय केवल यह बताया जाता था कि माल रिजेक्टेड है।
चोरी का माल खपाने में दो ट्रांसपोर्टरों और दो बड़े कबाड़ियों का नाम आया सामने
एसपी डा. यशवीर सिंह ने बताया कि चोरी का माल खपाने को लेकर की गई पुलिस की जांच में सोनभद्र के एक और वाराणसी के एक ट्रांसपोर्टर का नाम सामने आया है। वहीं कानपुर के दो कबाड़ियों का नाम सामने आया है, जिसके यहां चोरी का पाइप पहुंचाया जा रहा था। जांच कर रही पुलिस टीम को इस गिरोह से जुडे़ सभी सदस्यों और इससे जुड़े ट्रांसपोर्टरों-कबाड़ियों की पहचान कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
जीएसटी की पर्ची काटने के बाद कर देते थे कैंसिंल
चोरों के इस गिरोह से पूछताछ में पुलिस (UP Police) को टैक्स चोरी के भी एक नए खेल की जानकारी मिली है। चोरी के पाइप को कानपुर पहुंचाने के लिए जीएसटी की जो पर्ची काटी जाती थी। उसे बाद में कैंसिल कर टैक्स की भी चोरी की जा रही थी। एसपी डा. यशवीर सिंह (SP Dr. Yashveer Singh) ने बताया कि जो पाइप बरामद किया गया है कि उसे गत 20 अगस्त की रात अनपरा और गत 21 अगस्त की रात पिपरी थाना क्षेत्र से चोरी किया गया था।
इन्हीं चोरी के रुपयों से हाल ही में गिरोह के सरगना बताए जा रहे विकास ने एक बोलेरो भी खरीदी थी। इससे पहले भी विकास के खिलाफ मिर्जापुर के हलिया थाने में चोरी और माल बरामदगी का मुकदमा दर्ज हो चुका है। गिरफ्तारी करने वाली टीम की अगुवाई प्रभारी निरीक्षक अनपरा श्रीकांत राय ने की।