Sonbhadra: निर्माणाधीन शिल्पी-कोड़ारी सेतु निर्माण में लाखों का गबन, जेई पर आरोप, FIR दर्ज
Sonbhadra: शिल्पी-कुड़ारी के बीच निर्मित हो रहे पुल के निर्माण में लाखों का गबन सामने आया है। मंडलायुक्त के निर्देश पर एफआईआर दर्ज की गई।;
Sonbhadra: सोनभद्र के घोरावल वाले हिस्से में मध्यप्रदेश से आवागमन सुगम बनाने और ऊर्जांचल परिक्षेत्र से राजधानी की दूरी कम करने के लिए सोन नदी पर कुंडवासिनी शक्तिपीठ के पास शिल्पी-कुड़ारी के बीच निर्मित (Shilpi-Kodari bridge construction) हो रहे पुल के निर्माण में लाखों का गबन सामने आया है।
पिछले दिनों सोनभद्र के दौरे पर आए मंत्री समूह की तरफ से पकड़ी गई गड़बड़ी और तकनीकी टीम की जांच में पुष्टि के बाद, मंडलायुक्त के निर्देश पर राज्य सेतु निगम (state bridge corporation) के उप परियोजना प्रबंधक आरएस उपाध्याय (Deputy Project Manager of RS Upadhyay) की तरफ से, संबंधित जेई दीपक मिश्रा के खिलाफ जुगैल थाने में एफआईआर दर्ज करा दी है। इस मामले में आरोपी जेई को पहले ही गाजियाबाद अटैच किया जा चुका है।
यह है पूरा मामला
मुख्यमंत्री के निर्देश पर गत मई माह में मंत्री समूह सोनभद्र में विकास कार्यों की हकीकत जानने पहुंचा था। इस दौरान बैठक में विधायकों की तरफ से घोरावल-शिल्पी-कुड़ारी मार्ग (Ghorawal-Shilpi-Kudari Road) पर सोन नदी पर बन रहे पुल का कार्य अत्यधिक धीमा होने की शिकायत की गई। मामले की जांच मंडलीय टीएमसी से कराने का निर्देश दिया गया। जांच में आरोपों की पुष्टि की गई।
निर्माण में घोर लापरवाही पाए जाने पर मंडलायुक्त और डीएम ने यहां तैनात अवर अभियंता को हटाने के लिए प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग (Chief Secretary Public Works Department) और प्रबंध निदेशक राज्य सेतु निगम को पत्र भेजा। इसके बाद जेई दीपक मिश्रा (JE Deepak Mishra) को गाजियाबाद अटैच करते हुए, मौके की स्थिति जांचने के लिए टीम गठित कर दी गई।
13,82,507 रुपये की सामग्री मिली गायब
जांच के दौरान टीम ने पाया कि मौके से 1382507 रुपये की सामग्री गायब है। इसे गबन बताते हुए मंडलायुक्त ने गत 15 जुलाई को मंडलीय बैठक में नाराजगी जताई और प्रकरण में तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए गए। इसी कड़ी में सेतु निगम के उप परियोजना प्रबंधक की तरफ से संबंधित जेई के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज करा दी गई। पुलिस के मुताबिक धारा 409 आईपीसी के तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी गई है।