Sonbhadra News: अंबिकापुर-रेणुकूट रेल मार्ग को जल्द मिल सकती है हरी झंडी, छत्तीसगढ़ विधानसभा में प्रस्ताव पास

Sonbhadra News: अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड के तरफ से आने वाले निर्णय/पहल पर टिकी हुई हैं।

Update: 2024-07-27 16:03 GMT

Sonbhadra News- Photo- Newstrack

Sonbhadra News: बहु प्रतीक्षित 144 किमी लंबे अंबिकापुर-रेणुकूट रेल मार्ग को जल्द ही रेलवे बोर्ड की तरफ से हरी झंडी मिलती दिखाई दे सकती है। रेल लाइन संघर्ष मोर्चा की तरफ से उठाई गई मांग के क्रम में जहां छत्तीसगढ़ विधानसभा में इसको लेकर शुक्रवार को प्रस्ताव पास करते हुए, उसे मंजूरी देने के लिए केंद्र सरकार को भेज दिया गया है। वहीं, अब सभी की निगाहें केंद्र सरकार और रेलवे बोर्ड के तरफ से आने वाले निर्णय/पहल पर टिकी हुई हैं।

आम नागरिकों ने 144 किमी पदयात्रा कर नए रेल लाइन की उठाई थी आवाजः

बताते चलें की यूपी के सोनभद्र की दक्षिणांचल एरिया, जिसकी सीमाएं छत्तीसगढ़ राज्य के अंबिकापुर (सरगुजा) से लगती हैं, उसे रेल मार्ग से जोड़ने की मांग को लेकर, पहली सितंबर 2023 को बुद्धिजीवियों, सामाजिक संगठनों और गणमान्य नागरिकों की टोली ने रेणुकूट स्टेशन से अंबिकापुर तक 144 किमी पदयात्रा कर मांग को मजबूती दी थी।

यूपी-एमपी दोनों राज्यों के सांसदों ने भी रेल मंत्री से की थी पहल की मांग :

राष्ट्रीय रेल उपयोगकर्ता परामर्शदात्री काउंसिल (एनआरयूसीसी) रेल मंत्रालय के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम के अनुरोध पर राज्यसभा सांसद रामसकल, राबर्ट्सगंज के तत्कालीन सांसद पकौड़ी लाल, मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद अजय प्रताप सिंह ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र सौंप कर, नई रेल लाइन के लिए धन की स्वीकृति कराने, निर्माण कार्य भी शीघ्र शुरू, इसके लिए आवश्यक पहल अवलंब शुरू किए जाने की मांग उठाई थी। रेल मंत्री की तरफ से भी पहल का भरोसा दिया गया था।

 छत्तीसगढ़ विधानसभा के प्रस्ताव से कवायद को जल्द मूर्त रूप लेने की जगी उम्मीद:

अब जब छत्तीसगढ़ विधानसभा की तरफ से प्रस्ताव पास कर मंजूरी के लिए केंद्र सरकार को भेजा गया है। केंद्र और प्रदेश दोनों में भाजपा की सरकार है। सबसे महत्वपूर्ण मसला यह है कि इस मांग पर छत्तीसगढ़ में सत्ता पक्ष के साथ ही विपक्षी दलों के विधायकों ने भी अपनी सहमति दी है। प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित होने को देखते हुए इसे जल्द ही मूर्तरूप लेने की उम्मीद जताई जाने लगी है।

नई रेल लाइन औद्योगिक अंचल के लिए बनेगी वरदान, अयोध्या-पुरी से होगा सीधा जुड़ाव : एनआरयूसीसी के सदस्य श्रीकृष्ण गौतम ने छत्तीसगढ़ विधानसभा में पारित प्रस्ताव पर प्रसन्नता जताई है। बताया कि इससे जहां, छत्तीसगढ़ के रायपुर से बनारस (वाराणसी), प्रयागराज और अयोध्या से सीधा जुड़ाव हो जाएगा। वहीं सोनभद्र के साथ ही छत्तीसगढ़ के सरगुजा और अंबिकापुर इलाके के लोगों को कलयुग के बैकुंठ का दर्जा रखने वाले उड़ीसा की धार्मिक पुरी जगन्नाथ पुरी के लिए भी सीधी रेल सुविधा का लाभ उठा सकेंगे । साथ ही, एनसीएल और ईसीएल से निकलने वाले कोयला तथा बॉक्साइट का परिवहन आसान हो जाएगा। एशिया के सबसे बड़े अल्युमिनियम प्लांट रेणुकूट के लिए भी आवश्यक सामग्री की आपूर्ति और माल की ढुलाई आसान होगी। खास बात यह भी है कि इस प्रस्तावित रेलवे लाइन को हवाई कनेक्टिविटी (म्योरपुर हवाई अड्डा) की भी सुविधा उपलब्ध रहेगी। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के एनर्जी कोरिडोर के अंतर्गत प्रस्तावित इस रेलवे लाइन पर छत्तीसगढ़ विधानसभा की तरफ से आई पहल को खासा महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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