Sonbhadra News: भस्सी और चूरे से निर्मित किया छठ तालाब घाट, नोटिस जारी

Sonbhadra News: बालू की जगह भस्सी और पत्थर के महीन चूरे का इस्तेमाल कर छठ घाट तालाब का निर्माण कर दिया गया। वहीं, बगैर जेएसबी कार्य के ही सीसी सड़क का निर्माण पूरा कर लिया गया।;

Update:2024-05-11 19:03 IST

निरीक्षण करते अधिकारी। (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: सीबीआई जांच की जद में आने के बावजूद जिले में मनरेगा से होने वाले कार्यों में घोटालेबाजी की शिकायतें थमने का नाम नहीं ले रही है। ताजा मामला नगवां ब्लाक के कम्हरिया ग्राम पंचायत का है। यहां बालू की जगह भस्सी और पत्थर के महीन चूरे का इस्तेमाल कर छठ घाट तालाब का निर्माण कर दिया गया। वहीं, बगैर जेएसबी कार्य के ही सीसी सड़क का निर्माण पूरा कर लिया गया। लोगों की शिकायत पर पिछले माह मामले की जांच करने बीडीओ नगवां पहुंचे तो वह भी कार्य की हालत देख दंग रह गए। मामले को लेकर नोटिस जारी कर जवाब भी मांगा गया लेकिन पखवाड़े भर बाद भी संबंधितों की तरफ से कोई जवाब नहीं पहुंचा। अब मामले में दूसरी नोटिस जारी करने की प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

बीडीओ की जांच में इस तरह की मिली थी गड़बड़ियां

बताते हैं कि नगवां बीडीओ उत्कर्ष सक्सेना ने मिल रही शिकायतों के क्रम में गत दो अप्रैल को कम्हरिया गांव पहुंचकर मनरेगा से कराए गए कार्यों की जांच की। पाया कि जयप्रकाश के घर के पास आदर्श तालाब पर छठ घाट का निर्माण कार्य कराया गया है, जिसमें निर्धारित मानकों, दिए गए दिशा-निर्देशों की अनदेखी तो की ही गई है। पूरा कार्य बालू की जगह भस्सी और स्टोन डस्ट से कराया गया है। इसी तरह, बसंत लाल के घर से वीरेंद्र के घर तक सीसी रोड निर्माण कार्य निर्धारित प्राक्कलन के अनुसार न कराए जाने की शिकायत मिली। जांच में पाया गया कि सीसी रोड के बीच की मोटाई 9.75 सेमी है और किनारे पर मोटाई 11 सेमी है। कार्य में जेएसबी का प्रयोग नहीं किया गया है। 


चार दिन में मांगा गया था जवाब

मामले में बीडीओ उत्कर्ष सक्सेना की तरफ से गत 16 अप्रैल को ही कम्हरिया ग्राम पंचायत के प्रधान और संबंधित तकनीकी सहायक के विरूद्ध नोटिस जारी की गई और उनसे चार दिन के भीतर जवाब मांगा गया था। नोटिस में उल्लिखित किया गया था कि जांच के दौरान जो गड़बड़ियां पाई गई हैं, उससे यह प्रतीत होता है कि कार्य मानक के अनुरूप नहीं कराया गया है। इस संबंध में यह स्पष्ट करें कि निर्माण कार्य अधोमानक किन कारणों से कराया गया है। यदि 4 दिवस में आपका उचित उत्तर प्राप्त नहीं होता है तो नियमानुसार वसूली की कार्यवाही अमल में लाने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।

दूसरी नोटिस जारी

बीडीओ उत्कर्ष सक्सेना ने सेलफोन पर बताया कि अभी तक संबंधितों की तरफ से नोटिस का जवाब नहीं दिया गया है। मामले में दूसरी नोटिस जारी की जा रही है। जवाब नहीं दिया जाता है या मामले में संतोषजनक उत्तर नहीं मिलता है तो संबंधितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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