Sonbhadra Hatyakand : दिनेश हत्याकांड की अजब-गजब थ्योरी, पुलिस का दावा -जंगली सुअर के लिए बिछाए तार से गई जान
Sonbhadra News: इस बात का दावा किया जा रहा है कि दिनेश की किसी ने हत्या नहीं की थी बल्कि वह किसी तरह जंगली सुअर से आलू की खेती को बचाने के लिए बिछाए गए नंगे तार की चपेट में आ गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी।;
Sonbhadra News in Hindi: पखवाड़े भर पूर्व दु्धी कोतवाली क्षेत्र निवासी युवक के हाथीनाला क्षेत्र से लापता होने और बाद में उसका सड़े-गले हालमें शव मिलने के मामले में, खुलासे की अजीबोगरीब थ्योरी सामने आई है। प्रकरण में तीन की गिरफ्तारी के साथ ही, पुलिस ने मामले के खुलासे का दावा किया है। शुक्रवार को पूछताछ के बाद तीनों का चालान भी कर दिया गया। साथ ही, इस बात का दावा किया जा रहा है कि दिनेश की किसी ने हत्या नहीं की थी बल्कि वह किसी तरह जंगली सुअर से आलू की खेती को बचाने के लिए बिछाए गए नंगे तार की चपेट में आ गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी। पकड़े गए आरोपियों ने डरवश उसका शव हाथीनाला में फेंक दिया। वहीं, मृतक के पिता ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाए हैं। दावा किया है कि उनके बेटे की हत्या की गई है। आरोप लगाया कि हत्या की सही वजह और वास्तविक गुनहगारों के नाम पर पर्दा डाला जा रहा है। कहा कि न्याय मिलने तक, वह आवाज उठाने का क्रम जारी रखेंगे।
26 दिसंबर को लापता हुए युवक का 11 दिन बाद मिला था शव
बताते चलें कि दुद्धी कोतवाली क्षेत्र निवासी दिनेश पुत्र शिवकुमार को 26 दिसंबर की रात से लापता होने का मामला सामने आया है। पिता ने हाथीनाला क्षेत्र निवासी एक युवती से उसका मेल जोल होने और उसी को लेकर उसके परिवारीजनों और उनसे जु़ड़े व्यक्तियों पर हत्या कर शव गायब करने की आशंका जताई गई थी। प्रकरण को लेकर मृतक के पिता ने 27 दिसंबर को हाथीनाला पुलिस को तहरीर दी थी। मामला दर्ज न होने पर, 28 दिसंबर को पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा से मिलकर दरख्वास्तव लगाई थी। एसपी के निर्देश पर 29 दिसंबर को हाथीनाला थाने में चंदर पुत्र स्व. तिलक सिंह, विजय सिंह गौड़ पुत्र स्व. मटुका सिंह, देव सिंह पुत्र स्व. तिलक, मनोज तिवारी पुत्र शंभू तिवारी और विजय गुप्ता पुत्र बन्धू निवासी गडदरवा के खिलाफ हत्या की नियत से अपहरण करने के आरोप में धारा 140 (1) बीएनएस के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई थी।
युवक के पिता का है यह आरोप
संबंधित युवक दिनेश के पिता शिवकुमार का कहना है कि उनका बेटा 26 दिसंबर की रात ग़ड़दरवा क्षेत्र की रहने वाली एक युवती से मिलने गया था और उसी दौरान वह लापता हो गया था। 11 दिन बाद उसका शव पाया गया था। आरोप है कि जिन लोगों पर उसकी तरफ से हत्या का आरोप लगाया जा रहा है, वह लोग पहले से उसके बेटे को पकड़ने के फिराक में जुटे हुए थे। पुलिस थ्योरी पर सवाल उठाते हुए शिवकुमार का कहना था कि जिस जगह पुलिस युवक को तार की चपेट में आकर मृत होने की बात कह रही है, वहां बाइक क्यों नहीं ख़ड़ी मिली?
इन-इन बिंदुओं पर उठाए जा रहे सवाल:
इसी तरह, मृतक के पिता की तरफ से अगर युवक बिछाए गए तार पर मृत पाया गया तो उससे पहले उसके साथ क्या हुआ था और वहां वह किस हाल में किसके जरिए पहुंचा? इसकी छानबीन क्यूं नहीं की गई? पीएम रिपोर्ट से उन्हें अब तक क्यों अवगत नहीं कराया गया और सर्विलांस के जरिए उसके मोबाइल कॉल की डिटेल और लापता होने वाले समय से लेकर मोबाइल बंद होने के बीच मोबाइल का लोकेशन और संबंधित नंबर से किसका-किसका जुड़ाव था? इसकी जांच क्यू नहीं की जा रही? .. जैसे सवाल उठाए जा रहे हैं। शिवकुमार का कहना है कि फिलहाल वह पुलिस के खुलासे से संतुष्ट नहीं हैं। जल्द ही वह पुलिस कप्तान से मिलकर निष्पक्ष जांच की मांग उठाएंगे।
मौत के पीछे पुलिस इन वजहों को बता रही जिम्मेदार
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक हाथीनाला पुलिस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार विवेचना के क्रम में प्रकाश में आए मनोज कुमार मौर्या पुत्र हरिहर मेहता, रविंद्र कुमार पुत्र सोबरन मौर्या निवासी रजखड़ थाना दुद्धी और मनोज गौड़ पुत्र स्व. रणजीत सिंह निवासी गड़दरवा, थाना हाथीनाला को साऊडीह तिराहे के पास से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में मिली जानकारी के आधार पर प्रकरण को धारा-105, 238 बीएनएस में तरमीम करते हुए हत्थे चढ़े आरोपियों का चालान कर दिया गया।
पुलिस का दावाः सुअरों के लिए बिछाए जाल में फंस गया दिनेश
इस गिरफ्तारी के साथ ही, दावा किया गया है कि आरोपी मनोज गौड़ निवासी गड़दरवा ने पूछताछ में बताया कि उसके खेत में आलू बोया हुआ है। रात्रि में जंगली सुअरों का झुंड उसके खेत मे आलू खाने पहुंचे थे उन सुअरों को पकड़ने के लिए उसने मनोज कुमार मौर्या और रविंद्र के साथ मिलकर खेत के चारों तरफ बिजली तार का जाल बिछाया था। रात तीन बजे जब तीनों खेत पर पहुंचा तो देखा कि तार से एक व्यक्ति सटा पड़ा था। यह देख तीनों घटनास्थल से आठ किमी दुर गड़दरवा के जंगल ले जाकर शव फेंक दिए।