Sonbhadra News: हरियाणा में रिश्वत लेते पकड़े गए सोनभद्र के कांस्टेबल, वास्तविकता जांचने करनाल भेजी गई पुलिस टीम

Sonbhadra News: मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में चिन्हित किए गए एक आरोपी के शिनाख्त के लिए, हरियाणा के करनाल पहुंचे सोनभद्र के कांस्टेबल मंजीत कुमार को, कथित रिश्वतखोरी के मामले में दबोचे जाने के बाद हड़कंप की स्थिति बनी हुई है।

Update:2024-03-09 22:56 IST

हरियाणा में रिश्वत लेते पकड़े गए सोनभद्र के कांस्टेबल, वास्तविकता जांचने करनाल भेजी गई पुलिस टीम: Video- Newstrack

Sonbhadra News: मादक पदार्थों की तस्करी के मामले में चिन्हित किए गए एक आरोपी के शिनाख्त के लिए, हरियाणा के करनाल पहुंचे सोनभद्र के कांस्टेबल मंजीत कुमार को, कथित रिश्वतखोरी के मामले में दबोचे जाने के बाद हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। एंटी करप्सन ब्यूरो हरियाणा की करनाल टीम ने, 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथों दबोचे जाने का दावा करते हुए, सोनभद्र पुलिस को, संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ करनाल में मामला दर्ज किए जाने की जानकारी भेजी है। फैक्स के जरिए मिली जानकारी को दृष्टिगत रखते हुए, जहां एसपी डा. एसपी सिंह ने विभागीय स्तर पर प्रारंभिक जांच बैठा दी है। वहीं, मिल रही सूचनाओं की वास्तविकता क्या है, इसकी जानकारी के लिए चोपन थाने से एक पुलिस टीम को हरियाणा के लिए रवाना किया गया है।

जानिए क्या है पूरा प्रकरण ?

शुक्रवार की देर रात खबर आई कि सोनभद्र के चोपन में तैनात कांस्टेबल मंजीत कुमार को रिश्वत लेते हरियाणा के करनाल में वहां की एंटी करप्सन ब्यूरो टीम ने दबोच लिया है। उस सिपाही के साथ, चोपन में तैनात सुनील सिंह को भी रिश्वतखोरी के लिए सौदेबाजी करने का आरोपी ठहराया जाता है। शनिवार को इसको लेकर एक के बाद एक कई मीडिया रिपोर्ट्स सामने आई है लेकिन जिले के साथ ही, एंटी करप्सन ब्यूरो हरियाणा के अफसर, अधिकृत तौर पर इस मसले पर किसी तरह की जानकारी-दावा करने से बचते रहे।

दोपहर में सोनभद्र पहुंचा फैक्स, तब यहां की पुलिस को हुई जानकारी

क्षेत्राधिकारी राहुल पांडेय ने बताया कि एंटी करप्सन हरियाणा की करनाल टीम से एक फैक्स प्राप्त हुआ है जिसमें चोपन पर नियुक्त कांस्टेबल मंजीत कुमार के खिलाफ एंटी करप्सन टीम ने करनाल में एक मामला दर्ज कराए जाने की जानकारी दी गई है। उक्त मामले की जानकारी अभी आई है। पूरा मामला क्या है? यह जांच का विषय है। थाना चोपन से एसआई उमाशंकर यादव को रवाना किया गया है। एसपी की तरफ से विभागीय स्तर पर प्रारंभिक जांच भी खोली गई है।

मादक पदार्थ तस्करी से जुड़े मामले में एक आरोपी को बचाने के नाम पर रिश्वत लेने की आती मीडिया रिपोर्टो, पर कहा कि अभी उन्हें सारे तथ्यों की जानकारी नहीं है। उन्हें बस इतना मालूम है कि आरोपी कांस्टेबल किसी अभियुक्त के सत्यापन के लिए वहां गया हुआ था। वास्तविकता क्या है, इसके लिए बाकायदा एक टीम बनाकर करनाल भेजी जा रही है। टीम वास्तव में क्या मामला है? इसकी वहां पूरी जानकारी एकत्रित कर अवगत कराएगी।

यह बताया जा रहा पूरा मामला

बताया जा रहा है कि हरियाणा से तस्करी कर झारखंड के रास्ते बिहार ले जाई जा रही एक खेप राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र में पकड़ी गई थी। इसको लेकर मामला राबटर्सगंज कोतवाली में दर्ज किया गया। वहीं, इसकी विवेचना चोपन पुलिस को दी गई थी। बताया गया कि जो गाड़ी शराब तस्करी करते पकड़ी गई थी, वह करनाल निवासी एक महिला के नाम पर पंजीकृत थी। बताते हैं कि इसी प्रकरण के सिलसिले में चोपन थाने में तैनात सिपाही मंजीत कुमार को करनाल भेजा गया था। आरोप है कि करनाल निवासी व्यक्ति ने एंटी करप्सन ब्यूरो हरियाणा को सूचना दी कि सोनभद्र के चोपन में तैनात दो कांस्टेबल मंजीत और सुनील उसकी पत्नी का नाम प्रकरण में शामिल न होने देने के एवज में एक लाख रूपये मांग रहे हैं।

शिकायतकर्ता की तरफ से ब्यूरो को उसी सिलसिले में कांस्टेबल मंजीत कुमार को करनाल पहुंचने की सूचना दी गई जिसके आधार पर एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने उसे 50 हजार रिश्वत लेते रंगे हाथ दबोच लिया। सच्चाई क्या है, यह तो पुलिस जांच पूरी होने के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल हरियाणा से मिली सूचना के आधार पर, सोनभद्र पुलिस मामले की अपने स्तर पर जांच-सत्यापन में जुट गई है।

Tags:    

Similar News