पेयजल संकट ने लिया खतरनाक मोड़, पानी के लिए सड़क पर उतरे ग्रामीण

Sonbhadra News: रविवार को ओबरा नगर पंचायत से सटे बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत के खैरटिया गांव के लोगों ने सड़क पर उतरकर पानी मांगा।

Update: 2024-06-16 12:24 GMT

सोनभद्र में पानी के लिए सड़क पर उतरे ग्रामीण (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: भीषण हीटवेव की स्थिति के साथ ही जिले में पेयजल संकट की स्थिति दिन ब दिन गहराने लगी है। दुर्गम इलाकों में पानी के लिए दौड़ तो लग ही रही है, कस्बाई इलाकों में पानी के लिए प्रदर्शन, नारेबाजी, पैदल मार्च का क्रम शुरू हो गया है। रविवार को ओबरा नगर पंचायत से सटे बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत के खैरटिया गांव के लोगों ने सड़क पर उतरकर पानी मांगा। पेयजल संकट से जुड़ी तख्ती को लेकर जहां सैकड़ों ग्रामीणों ने पैदल मार्च निकाला। वहीं, प्रदर्शन करते हुए जमकर नारे लगाए।

खैरटिया ग्राम सेवा समिति के अध्यक्ष शिवदत्त दुबे की अगुवाई में सड़क पर उतरे ग्रामीणों का कहना था कि राज्य सरकार के खजाने को भरने में अहम भूमिका निभाने वाले बिल्ली मारकुंडी ग्राम पंचायत का खैरटिया गांव आजादी के 77 वर्ष बाद भी, पेयजल संकट से जूझ रहा है। खैरटिया के साथ ही, बिल्ली-मारकुंडी ग्राम पंचायत कें बाड़ी , बघमनवा, बिल्ली आंशिक टोलों में पेयजल संकट के खतरनाक हालात बने हुए हैं।

20 हजार से अधिक आबादी कर रही पेयजल संकट का सामना

प्रदर्शन कर रहे शिवदत्त दूबे, महेश अग्रहरि आदि ग्रामीणों का दावा था कि खैरटिया सहित आस-पास की बस्ती में 20 हजार से अधिक लोग शुद्ध पेयजल की उपलब्धता को लेकर दिक्कत का सामना कर रहे हैं। यहां की आबादी अभी भी भूमिगत जल या टैंकर के पानी पर निर्भर है। रेणुका नदी का तटवर्ती इलाका होने के बावजूद जहां यहां बोरिंग सफल नहीं है। वहीं, भूजल में फ्लोरोइड, आर्सेनिक कैल्शियम की अधिकता अलग परेशानी का कारण बनी हुई है।

शिवनाथ जायसवाल, फूलचंद धर्मजीत मनीष, शेरू चेरो, संगीता भारती, संत कुमार, विकास भारती, उमेश शुक्ला ,सतीश तिवारी, संतोष गुप्ता, मंगरु गुप्ता, किरण देवी ,सत्यम जायसवाल, अखिलेश जायसवाल,इंद्रदेव जायसवाल, फूलचंद जायसवाल समेत कई ग्रामीणों का कहना है कि जिले में हर घर नल योजना से प्रत्येक घर तक शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने का अभियान चल रहा है लेकिन खैरटिया गांव को इस योजना से अभी तक अछूता रखा गया है। ग्रामीणों का कहना है कि खैरटिया और आस-पास की बस्तियों का सर्वे कराकर तत्काल यहां के लोगों को हर घर नल योजना से जोड़ा जाए। ग्रामीणों का कहना था कि पेयजल संकट के स्थाई निदान को लेकर पहल नहीं की गई तो गांव के लोग आंदोलन का रास्ता अख्तियार करने के लिए विवश होंगे।

दो दिन पूर्व चोपन में भी हुआ था प्रदर्शन

दो दिन पूर्व चोपन नगर पंचायत के भी कई हिस्सों में पेयजल संकट की स्थिति को लेकर ग्रामीणों ने धरना-प्रदर्शन के जरिए आवाज उठाई थी। खाली-बाल्टी-डिब्बों के साथ प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि एक तरफ भीषण तपिश तो दूसरी तरफ पानी की किल्लत ने जीवन दुश्वार कर दिया है। कई जगह पाईप की खराबी तथा अन्य वजहों से पानी नहीं पहुंच रहा है। अवगत कराए जाने के बावजूद, दिक्कत को दूर करने में उदासीनता बरती जा रही है। सावित्री देवी रीता देवी,निशा देवी,मंजू देवी, शालिनी,फूलझरिया, रजवी, हलिमा, कृष्णति, परमिला देवी, सविता देवी आदि ने प्रदर्शन के जरिए आवाज उठाई थी। अधिशासी अधिकारी चोपन लल्लनराम यादव ने पेयजल संकट से जूझ रहे प्रत्येक परिवार को पानी उपलब्ध कराने का आश्वासन देकर धरना समाप्त कराया था।

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