Sonbhadra: यहां एक बुजुर्ग साधू ने किया ऐसा.. पुलिस के उड़ गए होश, धरने की शक्ल में हाइवे के बीच बैठकर मचाई अफरातफरी
Sonbhadra News: फ्लाईओवर से होकर गुजरने वाले लोग भी पास के मंदिर पर रहने वाले बाबा का यह स्वरूप देखकर भौंचक्के रह गए। किसी ने ट्वीटर के जरिए तो किसी ने फोन के जरिए पुलिस को सूचना दी।
Sonbhadra News: चोपन थाना क्षेत्र के बस स्टैंड के पास स्थित फ्लाईओवर पर बीच सड़क बैठकर एक बुजुर्ग साधू ने हड़कंप मचा दिया। लकड़ियों का घेरा बनाकर साधू घंटे भर से अधिक समय तक वाराणसी-शक्तिनगर मार्ग पर बैठे रहे। इसके चलते जहां मौके पर देर तक अफरातफरी की स्थिति बनी रही। वहीं, फ्लाईओवर से होकर गुजरते लोगों में भी हड़कंप का माहौल बनाकर रहा। जानकारी पाकर पहुंची, साधू को समझा-बुझाकर थाने ले आई, तब तक अनहोनी की आशंका से लोगों की जान में जान आई। साधू ने ऐसा कदम क्यों उठाया? इसका पता अभी नहीं चल पाया है। पुलिस अपने स्तर से मामले की जांच में जुटी हुई थी।
बताते चलें कि भूरे बाबा पुत्र वंशीलाल निवासी असनागंज थाना जैतपुरा वाराणसी ने पिछले 10 साल से चोपन रेलवे स्टेशन रोड जाने वाले रास्ते किनारे स्थित शिव मंदिर पर डेरा जमा रखा है। मंदिर के प्रति श्रद्धा रखने वाले ढेरों लोग बाबा से भी श्रद्धा रखते हैं। आस-पास के लोगों की मंदिर पर रोजाना अच्छी-खासी बैठकी भी होती रहती है। शनिवार की दोपहर न जाने ऐसा क्या हुआ कि भूरे बाबा, मंदिर के पास आंधी में टूटकर गिरे सहजन के पेड़ की डालियों को लेकर, मंदिर से महज 100 मीटर की दूरी पर स्थित, हाइवे के फ्लोईओवर पर पहुंच गए। सड़क के बीचोंबीच लकड़ियों को रखा और तपती धूप के बीच अधनंगे बदन ध्यान-धरना की मुद्रा में बैठ गए। पहले तो आस-पास के लोगों ने इस पर गौर नहीं किया लेकिन जैसे-जैसे समय आगे बढना लगा, वैसे-वैसे लोगों के मन में बाबा के इस रूप को देखकर चिंता के स्तर उठने लगे।
फ्लाईओवर से होकर गुजरने वाले लोग भी पास के मंदिर पर रहने वाले बाबा का यह स्वरूप देखकर भौंचक्के रह गए। किसी ने ट्वीटर के जरिए तो किसी ने फोन के जरिए पुलिस को सूचना दी। जानकारी मिलते ही प्रभारी निरीक्षक विजय चौरसिया दल-बल के साथ पहुंचकर, बाबा को मनाते हुए थाने ले आए। वहां देर तक बाबा का मनुहार करने के साथ ही, उनसे बीच सड़क बैठने का कारण जानने की कोशिश की गई लेकिन कथित बाबा बेसिर-पैर की बातों के साथ ही, सवालों को कभी मुस्कराकर तो कभी गंभीर चेहरा बनाकर जवाब देते रहे। थक-हारकर पुलिस ने बाबा को आगे से हाइवे पर न बैठने की हिदायत देते हुए, उन्हें उनके मंदिर पहुंचा दिया। वहीं, इस घटना को लेकर लोगों में देर तक तरह-तरह की चर्चा बनी रही। बाबा के बीच सड़क बैठने के पीछे, किसी को कोई चाल तो नहीं, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म रहा।
कारणों का अभी नहीं चल पाया पता, छानबीन जारी: सीओ
क्षेत्राधिकारी डा. चारू द्विवेदी ने कहा कि जैसे ही साधू बाबा को हाइवे पर बैठने की सूचना मिली, वैसे ही पुलिस ने पहंचकर उन्हें हटा दिया। आवागमन सामान्य है। साधू बाबा ने ऐसा क्यों किया, यह अभी पता नहीं चल पाया है। छानबीन जारी है।