Sonbhadra News: इलेक्ट्रिशियन ने कपड़ों के ढेर में आग लगा खुद की सजा ली चिता, अस्पताल जाते समय तोड़ा दम
Sonbhadra News: नशे में धुत इलेक्ट्रिशियन ने पहले परिवार वालों से विवाद किया। फिर घर में रखे पुराने कपड़ों का ढेर लगाकर, उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क आग लगा दी और धधकती आग में खुद बैठकर आग का गोला बन गया।
Sonbhadra News: कहते हैं कि नशा नाश की जड़ होता है। शक्तिनगर थाना क्षेत्र के बीना इलाके में रविवार को कुछ ऐसा ही माजरा सामने आया तो हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए। बताते हैं कि नशे में धुत इलेक्ट्रिशियन ने पहले परिवार वालों से विवाद किया। फिर घर में रखे पुराने कपड़ों का ढेर लगाकर, उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़क आग लगा दी और धधकती आग में खुद बैठकर आग का गोला बन गया। परिवार के लोगों ने बचाने की कोशिश की, तब तक हालत गंभीर हो गई। वाराणसी ले जाए जाते वक्त, युवक ने रास्ते में दम तोड़ दिया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए सीएचसी दुदधी भेज दिया। वहीं, घटना को लेकर सामने आई कहानी लोगों को चौंकाने के साथ ही, विस्मित किए रही।
क्या है माजरा
बताते हैं कि शक्तिनगर थाना क्षेत्र के बीना पुलिस चौकी अंतर्गत बांसी गांव के मुख्य मार्ग पर रहने वाला बांसी निवासी अशोक गुप्ता 50 वर्ष क्षेत्र में बिजली मैकेनिक का काम करता था। बताया जा रहा है कि शनिवार की देर शाम वह नशे में धुत होकर घर आया। अक्सर नशे की हालत में घर आने के कारण परिवार के लोगों ने इसे आम दिनों की तरह ही समझा लेकिन बताया जाता है कि अशोक ने पहले पत्नी-बच्चों से विवाद किया। इसके बाद घर में रखे पुराने कपड़ों का, एक जगह ढेर लगाकर उस पर ज्वलनशील पदार्थ छिड़ककर आग लगा दी। परिवार के लोग जब तक माजरा समझते, तब तक युवक भी धधकती आग के बीच आत्मदाह वाली स्थिति में जाकर बैठ गया। इस हालत पर परिवार के लोगों की नजर तब गई, जब वह आग का गोला बनकर चीखने-चिल्लाने लगा। किसी तरह आग बुझाकर उसे अनपरा के एक निजी चिकित्सालय ले जाया गया। वहां उसे 80 फीसद तक झुलसा बताते हुए वाराणसी के लिए रिफर कर दिया गया। बताते हैं कि वाराणसी जाते वक्त रास्ते में उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने ली घटना की जानकारी
रविवार को मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक शक्तिनगर कुमुदशेखर सिंह और बीना चौकी इंचार्ज संजय सिंह ने परिवार और पास-पड़ोस के लोगों से घटना की जानकारी ली और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी दुद्धी भेज दिया। घटना को लेकर जहां चर्चाओं का बाजार गर्म रहा। वहीं, परिवार वालों की तरफ से समाचार दिए जाने तक घटना को लेकर किसी तरह की तहरीर पुलिस को देने की बात सामने नहीं आई थी।