Sonbhadra News: आयुक्त की तरफ से अतिक्रमण मुक्त कराए गए स्थल पर फिर से लगाई गई दुकानें, शिवद्वार मंदिर से जुड़ा मामला, तलब की गई रिपोर्ट
Sonbhadra News: आरोप लगाया गया है कि पिछले वर्ष जुलाई माह में तत्काली मंडलायुक्त की तरफ से जिस स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। वहां फिर से दुकानें लगा दी गई हैं।;
Sonbhadra News (Photo Social Media)
Sonbhadra News: ऐतिहासिक धाम शिवद्वार मंदिर परिसर में कथित अतिक्रमण का मामला एक बार फिर से तहसील दरबार जा पहुंचा है। आरोप लगाया गया है कि पिछले वर्ष जुलाई माह में तत्काली मंडलायुक्त की तरफ से जिस स्थल को अतिक्रमण मुक्त कराया गया था। वहां फिर से दुकानें लगा दी गई हैं। सौंपी गई शिकायत में शिवरात्रि पर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को असुविधा होने के साथ ही, संजीदगी न दिए जाने पर अप्रिय स्थिति बनने की आशंका जताई गई है। प्रकरण को देखते हुए राजस्व निरीक्षक और कानूनगो से रिपोर्ट तलब कर ली गई है।
शिवद्वार मंदिर परिसर में पिछले एक साल से कथित अतिक्रमण का मुद्दा खासा गरमाया हुआ है। एक तरफ जहां, मंदिर से जुड़े मेले की व्यवस्था के देखरेख-प्रबंध को लेकर दो पक्षों में विवाद की स्थिति बनी हुई है। वहीं, सतद्वारी निवासी सूर्यकांत द्विवेदी की तरफ से तहसीलदार को गत 10 फरवरी को सौंपी गई शिकायत में आरोप लगाया गया है कि मंदिर परिसर में पिछले वर्ष श्रावण मेले के समय तत्कालीन मंडलायुक्त के निर्देश पर जिस स्थल से अतिक्रमण हटाया गया था। वहां फिर से दुकानें लगा दी गई हैं। इन दुकानों से जुड़े लोगों को, कुछ लोगों द्वारा शह दिए जाने का आरोप लगाया गया है। कहा गया है कि महापर्व शिवरात्रि पर, मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए लाखों श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसे में मंदिर परिसर में अनावश्यक दुकानें और अतिक्रमण की स्थिति बने रहने से जहां श्रद्धालुओं को दिक्कत होगी वहीं मेला प्रबंधन में भी परेशानी आएगी। अप्रिय स्थिति बनने की भी आशंका जताई गई है।
राजस्व निरीक्षक को जांच कर कार्रवाई के दिए गए हैं निर्देशः
प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए, तहसीलदार की तरफ से जहां नायब तहसीलदार से आख्या तलब की गई। वहीं, नायब तहसीलदार ने राजस्व निरीक्षक को नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया गया है। राजस्व निरीक्षक की तरफ से क्षेत्रीय लेखपाल को जांच कर आख्या देने के लिए निर्देश दिया गया है। शिवरात्रि 26 फरवरी को है। पूर्व संध्या 25 फरवरी की शाम से ही यहां श्रद्धालुओं और मेले से जुड़े दुकानदारों का जमावड़ा होने लगता है। शिवरात्रि के पूर्व प्रकरण के निबटारे के लिए तहसील प्रशासन के पास, महज चार से पांच दिन का वक्त बचा है। ऐसे में यह मसला निबट पाएगा या फिर शिवरात्रि के मेले पर भी इस प्रकरण-विवाद की छाया बनी रहेगी, इसको लेकर चर्चाएं बनी हुई हैं।