फर्जीवाड़े की हदः रामअवध बन गए ’गरीब’, कुर्मी बनकर किया कोल की जमीन का बैनामा

Sonbhadra News: घोरावल कोतवाली क्षेत्र के जुड़ौली गांव निवासी भोला कोल का आरोप है कि उसके पिता के नाम आराजी संख्या 260 और आराजी संख्या 399 कुल रकबा 6.0300 जमीन दर्ज थी।

Update: 2024-07-21 10:39 GMT

सोनभद्र में कुर्मी बनकर किया कोल की जमीन का बैनामा (न्यूजट्रैक)

Sonbhadra News: घोरावल कोतवाली क्षेत्र के जुड़ौली गांव में फर्जीवाड़े का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। आरोप है कि राबटर्सगंज कोतवाली क्षेत्र के कुसरट (पेटराही) गांव निवासी व्यक्ति, जुड़ौली निवासी व्यक्ति की मौत के बाद उसे, जिंदा दिखाते हुए, खुद के नाम जमीन दर्ज करा ली। कुर्मी बिरादरी का होने के बावजूद, स्वयं कोल प्रदर्शित करते हुए गरीब नाम भी रख लिया। गरीब के नाम से आधार कार्ड भी बनवा लिया। इसके बाद, कोल की जगह खुद को कुर्मी प्रदर्शित करते हुए, दूसरे के नाम जमीन बैनामा कर दी। लंबे समय बाद, जब इस बात की जानकारी, वास्तविक गरीब कोल के परिवार वालो को हुई तो अवाक रह गए। मामले में कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद घोरावल पुलिस ने संबंधित व्यक्ति और जमीन के खरीदारों के खिलाफ धारा 419, 420, 467, 468, 471, 506 आईपीसी और एससी-एसटी एक्ट तहत मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।

यह है मामला जिसको लेकर लगाए गए फर्जीवाड़े के आरोप

घोरावल कोतवाली क्षेत्र के जुड़ौली गांव निवासी भोला कोल का आरोप है कि उसके पिता के नाम आराजी संख्या 260 और आराजी संख्या 399 कुल रकबा 6.0300 जमीन दर्ज थी। उसे राजा ब्रह्म शाह की तरफ से 27 अक्टूबर 1959 को गरीब कोल निवासी जुड़ौली, सोमारू पुत्र बंगाली, रामधनी पुत्र मंगल, बुद्धा पुत्र रामेश्वर निवासी राजपुर, परगना बड़हर, तहसील राबर्ट्सगंज के हक में बैनामा किया गया था। 22 नवंबर 1961 को दसके दाखिल खारिज की प्रक्रिया भी पूरी हो गई। आगे चलकर सर्वे की प्रक्रिया में भी यह नामा अंकित हो गया लेकिन टाइपिंग त्रुटिवश गरीब का निवास स्थान आगे चलकर जुड़ौली की बजाय भरौली हो गया। 70 वर्ष की उम्र में 15 जुलाई 1996 को गरीब कोल का निधन हो गया।

यहां आकर रिकर्ड का बदल गया स्वरूप

आरोपों के मुताबिक राम अवध सिंह निवासी कुसरट तत्कालीन कर्मियों को अपने साजिस में करते हुए लेखपाल से एक गलत रिपोर्ट तैयार करवाई और उसके आधार पर संबंधित जमीन को राज्य सरकार के नाम दर्ज करा लिया। इसके बाद स्वयं गरीब पुत्र गनेश बनकर आराजी उक्त को उपज़िलाधिकारी घोरावल के यहा से स्वयं को गरीब के नाम से प्रदर्शित करते हुए राजस्व रिकर्ड में नाम दर्ज करा लिया। इसके बाद गरीब के नाम से आधार कार्ड बनवाते हुए 30 सितंबर 2020 को उक्त जमीन प्रमोद कुमार सिंह पुत्र कृष्ण चंद्र सिंह निवासी मोहल्ला 3/956 रामपुर, रामनगर जिला वाराणसी और विनोद सिंह पुत्र चंद्रबली सिंह निवासी देवाही पहाड़ा जिला मीरजापुर के नाम बैनामा भी कर दिया। आरोप है कि बैनामे में गरीब की जाति कोल की जगह कुर्मी प्रदर्शित की गई।

जमीन पर कब्जे की हुई कोशिश, तब परिवार वालों को हुई जानकारी

जुड़ौली निवासी भोला के मुताबिक पिता के नाम वाली जमीन पर गलत तरीके से नाम दर्ज कराने और उसका बैनामा किए जाने की जानकारी हुई तब हुई, जब उक्त तीनों लोगों को पहुंचकर गत 10 मई 2024 को उसकी जमीन कब्जाने की कोशिश की। इसके बाद जाकर राजस्व रिकर्ड की छानबीन कराई तब पूरे वाकयात की जानकारी हुई। घोरावल पुलिस के मुताबिक मामले में सबंधितों के खिलाफ आईपीसी की धाराओं और एससी-एसटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। प्रकरण की छानबीन कराई जा रही है।

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