Arvind murder Case: पुलिस के सामने दी गई थी हत्या की धमकी, पीड़ित पक्ष को ही किया गया प्रताड़ित

Sonbhadra News: अरविंद हत्याकांड को लेकर आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया गया है। इस दौरान पुलिस अधीक्षक के नाम सौंपे गए कथित ज्ञापन में चुर्क चौकी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं।

Update: 2024-07-18 13:00 GMT

Sonbhadra News (Pic: Newstrack)

Sonbhadra News: अरविंद हत्याकांड को लेकर आक्रोशित परिजनों और ग्रामीणों ने पुलिस पर बड़ा आरोप लगाया गया है। लगभग छह घंटे तक हंगामा, आरोप-प्रत्यारोप के दौर के बाद दी गई तहरीर पर जहां पुलिस ने सात नामजद सहित अन्य के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। वहीं, इस दौरान पुलिस अधीक्षक के नाम सौंपे गए कथित ज्ञापन में चुर्क चौकी पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए गए हैं। उधर, भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी की तरफ से भी चौकी इंचार्ज की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।

परिजनों का दावा है कि आरोपी पक्ष की तरफ से मादक पदार्थों की तस्करी को बढावा देने कें कारण आस-पास के लोगों से अक्सर विवाद की स्थिति बनी रहती थी। इसको लेकर गावं के कल्लू यादव, बहादुर की पत्नी, मृतक यानी अरविंद चौहान उसके पिता छोटू चौहान और सुनील चौहान से विवाद की स्थिति बनी रहती थी।

11 जुलाई को हुई मारपीट से बढ़ गया तनाव

परिजनों-ग्रामीणों के मुताबिक गत 11 जुलाई को इसी मसले पर दोनों पक्षों में मारपीट की स्थिति बन गई। चुर्क पुलिस चौकी से दोनों पक्षों को बुलावा आया। आरोप है कि आरोपी पक्ष के प्रभाव में आकर मृतक पक्ष के साथ दुर्व्यवहार शुरू कर दिया गया। पीड़ितों के घर आकर मारपीट, तोड़फोड़ की गई। महिला सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार के भी आरोप लगाए गए हैं। शिकायत पर चौकी में बुलाकर मारपीट किए जाने की भी आरोप लगाया गया है।

सात दिन में हत्या की दी गई थी धमकी

अरविंद के परिजनों का दावा है कि चौकी प्रभारी के सामने ही आरोपी पक्ष ने, सात दिन में हत्या की धमकी दी थी और तीसरे ही दिन, अरविंद की हत्या कर शव नहर में फेंक दिया गया।

चौकी इंचार्ज की लापरवाही से हुई अरविंद की हत्या: धर्मवीर

भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धर्मवीर तिवारी ने अरविंद की हत्या पर दुख जताते हुए चुर्क चौकी इंचार्ज पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने बयान जारी कर कहा कि कुछ दिन पूर्व हुई घटना को चुर्क चौकी इंचार्ज ने गंभीरता से लिया होता तो हत्या न होती। चौकी इंचार्ज को निलंबित करने की मांग करते हुए कहा कि कुछ दिन पूर्व ही चौकी इंचार्ज द्वारा 12 वर्ष के बच्चे को बैठाया गया था। बार-बार फोन करने के बाद भी चौकी इंचार्ज का सीयूजी फोन नहीं उठा। चुर्क क्षेत्र में अवैध गांजा, अवैध कार्यों की बढ़ोत्तरी से सरकार की छवि धूमिल हो रही है। उन्होंने ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई और हत्या में शामिल सभी के गिरफ्तारी की मांग उठाई है।

ग्रामीणों ने इन मांगों पर उठाई आवाज

हंगामा-प्रदर्शन के जरिए आवाज उठा रहे ग्रामीणों-परिजनों की मांग थी कि प्रताड़ना में शामिल चुर्क चौकी इंचार्ज और चार अन्य पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी की जाए।हत्यारोपियों के घर पर बुलडोजर चलवाते हुए, पीड़ित परिवार को समुचित मुआवजा दिलाया जाए। हत्यारोपियों पर कड़ी से कड़ी धाराएं लगाते हुए उन्हें कठोरतम दंड दिलाया जाए।

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