Sonbhadra News: 2 लाख की आबादी के लिए महज तीन बैंक शाखाएं, KYC के दौरान किसान की मौत के बाद सामने आया सच
Sonbhadra News: शुक्रवार को कचनरवा गांव निवासी रम्मन 65 वर्ष कचनरवा कस्बा स्थित इंडियन बैंक की शाखा में केवाईसी कराने गए हुए थे। शाम साढ़े चार बजे के करीब अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई और बैंक में ही उनकी मौत हो गई।
Sonbhadra News: कोन ब्लाक क्षेत्र के कचनरवा स्थित इंडियन बैंक शाखा में खाते की केवाईसी कराने पहुंचे किसान की मौत को लेकर उच्चस्तर पर हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। एक तरफ जहां कोन ब्लाक क्षेत्र की लगभग दो लाख आबादी के लिए महज तीन बैंक शाखाएं संचालित होने का मामला सामने आया है। वहीं, मंडलायुक्त और डीएम की तरफ से भी प्रकरण की जांच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस की तरफ से मौत के कारणों और मृतका के पुत्र की तरफ से लगाए जा रहे आरोपों की जांच की जा रही है।
जानिए पूरा मामला, जिसको लेकर बैंकिंग सेक्टर में सुधार की उठ रही आवाज:
बताते चलें कि गत शुक्रवार को कचनरवा गांव निवासी रम्मन 65 वर्ष कचनरवा कस्बा स्थित इंडियन बैंक की शाखा में केवाईसी कराने गए हुए थे। शाम साढ़े चार बजे के करीब अचानक से उनकी तबियत बिगड़ गई और बैंक में ही उनकी मौत हो गई। बेटे जवाहर का आरोप था कि उसके पिता को चार दिन से केवाईसी के लिए दौड़ाया जा रहा था। घंटों लाइन के बाद कभी सर्वर प्राब्लम तो कभी कुछ और दिक्कत बताकर लौटा दिया जा रहा था। शुक्रवार की शाम साढ़े चार बजे जाकर केवाईसी की प्रक्रिया पूरी हुई लेकिन जैसे ही केवाईसी का काम पूरा हुआ, घंटों लाइन में लगे होने के कारण रम्मन की तबियत खराब हो गई और बैंक में उनकी मौत हो गई। हालत बिगड़ने पर बैंक कर्मियों की ओर से मदद न किए जाने का आरोप भी लगाया गया है।
सीसी टीवी फुटेज पर टिकी पुलिस की निगाहें
लगाए जा रहे आरोपों में कितनी सच्चाई है, इसको लेकर जहां पुलिस बैंक का सीसीटीवी फुटेज खंगालने में लगी हुई हैं। वहीं, मंडलायुक्त और डीएम की तरफ से प्रकरण की जांच करने के साथ ही, बैंक पहुंचने वाले खाताधारकों को जरूरी सहूलियत उपलब्ध हो सके, इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। बताया जा रहा है कि सोमवार को पुलिस, बैंक पहुंचकर लगाए जा रहे आरोपों और बैंक के स्थिति की जांच-पड़ताल भी की। इस दौरान पुलिस को क्या जानकारी हासिल हुई? इसका पता नहीं चल पाया है। वहीं, बैंक प्रबंधन का दावा है कि जानबूझकर केवाईसी में कोई लापरवाही नहीं की गई। हालत बिगड़ने पर किसान को अस्पताल तक पहुंचाने में बैंककर्मियों ने मदद भी की। सच्चाई क्या है? इसकी जानकारी के लिए अब सभी की निगाहें सीसीटीवी फुटेज के जरिए सामने आने वाले परिणाम, पर टिकी हुई हैं।
कम बैंक शाखाओं के चलते बताया जा रहा खासा काम का बोझ
बताया जा रहा है कि कोन ब्लाक का इलाका जहां बिहार-छत्तीसगढ़ की एरिया से सटा हुआ है। वहीं, लगभग दो लाख आबादी क्षेत्र के बीच महज इडियन बैंक की ही तीन शाखाएं (कोन, कचनरवा और रामगढ़ नौडीहा) संचालित हैं। इस इलाके में अक्सर लंबी लाइन, सही सर्विस न मिलने की शिकायत न बनी रहती है। कहा जा रहा है कि एक तरफ कर्मियों पर काम का पड़ने वाला बोझ और दूसरी तरफ दूर-दराज से आने वालों को घंटो लाइन लगाने के बाद भी मायूस होकर लौटने की स्थिति दिन ब दिन बैंककर्मियों और खाताधारकों के बीच की नाराजगी बढ़ाती जा रही है।
हालात को देखते हुए और बैंक शाखाएं खुलवाने का हो रहा प्रयास
प्रकरण को लेकर लीड बैंक प्रबंधक सलन बागे से जानकारी चाही गई तो उनका कहना था कि डीएम के निर्देश पर संबंधित बैंक प्रबंधन से रिपोर्ट तलब की गई थी। उपलब्ध कराई गई रिपोर्ट से डीएम को अवगत करा दिया गया है। कोन क्षेत्र में महज तीन बैंक शाखाओं को देखते हुए, और भी बैंक शाखाएं खुलवाने को लेकर प्रयास जारी है। बैंककर्मियों की तरफ से सेवाएं सही तरीके से संपादित की जाएं और खाताधारकों को सहूलियत हो, खासकर बुजुर्ग और महिला खाताधारक परेशान न होने पाएं, इसके लिए सभी बैंक शाखाओं को कड़े निर्देश जारी किए जा रहे हैं।