Sonbhadra News: फाइनेंस का दंश: दुपट्टे का फंदा लगा छात्रा ने की आत्महत्या, स्कूल से लौटते वक्त छीन ली गई स्कूटी

Sonbhadra News: लोगों का दावा है कि कथित फाइनेंस कंपनी के गुर्गों ने कुछ इस अंदाज में स्कूटी छिनी कि डिग्गी में रखे टिफिन तक को, नहीं निकालने दिया। लोगों का आरोप है कि सार्वजनिक स्थल पर अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर रईसा को अपमानित भी किया गया।

Update:2024-09-05 20:58 IST

फाइनेंस से खरीदी हुई स्कूटी जब्त होने पर दुपट्टे का फंदा लगा छात्रा ने की आत्महत्या: Photo- Newstrack

Sonbhadra News: कम ब्याज और कम ईएमआई का लालच देकर पहले फाइनेंस कराने और इसके बाद लुटेरों के अंदाज में वाहनों को बीच रास्ते से छीने लेने या दरवाजे से उठा लेने का अंदाज लोगों की जिंदगी पर भारी पड़ने लगा है। ऐसे ही मामले में दुद्धी कोतवाली क्षेत्र के निमियाडीह गांव की रहने वाली एक छात्रा, स्कूल से लौटते वक्त फाइनेंसरों के गुर्गों की तरफ से स्कूटी छिने जाने का सदमा नहीं झेल पाई और उसने अपने ही कमरे में बृहस्पतिवार को दुपट्टे का फंदा लगाकर जीवनलीला समाप्त कर ली। दोपहर में घटित इस घटना की जिस किसी को जानकारी मिली, वह स्तब्ध रह गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पीएम के लिए भेज दिया। बीच रास्ते लुटेरों के अंदाज में स्कूटी छीनने वालों पर कोई कार्रवाई हो पाएगी? यह चर्चा का विषय बना हुआ है।

बताते हैं कि निमियाडीह निवासी मुबारक अली ने फाइनेंस पर एक स्कूटी ले रखी थी। उसी स्कूटी से इंटर में पढ़ने वाली उनकी बिटिया रईसा खातून घर से लगभग चार किमी दूर, राजकीय कन्या इंटर कालेज पढ़ने के लिए जाने का काम करती थी। बताते हैं कि कुछ दिन पूर्व उन्हें एक मामले में सात साल के लिए सजा हो गई, इस कारण किस्त की समय पर अदायगी नहीं हो पाई। आरोप है कि पिछले सप्ताह फाइनेंस वालों ने स्कूल से लौटते वक्त, उसे रास्ते में रोक लिया और उससे स्कूटी छीन ली।

सरेआम अपमान और स्कूटी छिनने से सदमे में चली गई छात्रा

लोगों का दावा है कि कथित फाइनेंस कंपनी के गुर्गों ने कुछ इस अंदाज में स्कूटी छिनी कि डिग्गी में रखे टिफिन तक को, नहीं निकालने दिया। लोगों का आरोप है कि सार्वजनिक स्थल पर अभद्र शब्दों का इस्तेमाल कर रईसा को अपमानित भी किया गया। यह बात उसे इस कदर नागवार गुजरी कि उसने उसी दिन से कॉलेज जाना छोड़ दिया और गुमसुम सी रहते हुए ज्यादातर समय अकेले अपने कमरे में बिताने लगी। बृहस्पतिवार की दोपहर जब वह देर तक कमरे से बाहर नहीं आई तो परिवार के लोगों ने जाकर आवाज दी लेकिन कोई उत्तर नहीं मिला। खिड़की की झिर्री से झांककर देखा तो कमरे में लगे पंखे में दुपट्टे के फंदे से उसका शव लटक रह था। यह देख परिवार के लोग सन्न रह गए। उनका रूदन सुनकर पास-पड़ोस के लोग पहुंचे। वह भी, घटनाक्रम की जानकारी पाकर अवाक रह गए।

पति को सजा बेटी की मौत से मां की भी बिगड़ी हालत

प्रधान फखरुद्दीन अहमद अंसारी ने मामले की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी । पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पंचनामा की कार्रवाई करते हुए, पोस्टमार्टम के लिए सीएचसी दुद्धी भेज दिया। बताया गया कि मृतका का एक भाई है वह, गैर प्रांत में रहकर काम करता है। सप्ताह भर पहले पति को सजा और अब बेटी की मौत ने रईसा के मां की हालत बिगाड़ कर रख दी है। मौके पर पहुंच लोग, मां की बेसुध वाली हालत देख, गमगीन नजर आए। वहीं, विधि की इस विडंबना को लेकर भी चर्चाएं बनी रहीं।

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