Sonbhadra News: दूसरे की जमीन पर लिया लाखों का लोन, बैंक सत्यापन-वसूली नोटिस में खुलासा
Sonbhadra News: धोखे में रखकर उनके नाम वाली जमीन को बंधक रखकर एक ट्रैक्टर रामनाथ और रामदयाल के नाम से निकाल लिया। ट्रैक्टर का उपयोग उपभोग रामनाथ द्वारा किया जाता रहा।
Sonbhadra News: ओबरा थाना क्षेत्र में अलग-अलग मामलों में, धोखाधड़ी के जरिए दूसरे की जमीनों पर लाखों का लोन लिए जाने का मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया है। प्रकरण का खुलासा तब हुआ जब एक प्रकरण में बैंक ने सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई तो दूसरे में वसूली की नोटिस जारी की गई। दोनों मामलों में कोर्ट के हस्तक्षेप पर ओबरा पुलिस ने दो-दो व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है।
हरी प्रसाद पुत्र राम बिरंजन निवासी परसोई टोला अमरिनिया थाना ओबरा ने प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके पिता राम बिरंजन और बाबा रामदयाल अनपढ व निहायत सीधे व्यक्ति हैं। बाबा के नाम 29 बीघा जमीन है। 20 जनवरी 2011 को गांव के रहने वाले रामनाथ पुत्र स्व. रामलखन और राजेंद्र सिंह गोंड़ पुत्र रामनाथ, रामदयाल को आंख बनवाने के लिए डाला ले गए। वहां उन्हें धोखे में रखकर उनके नाम वाली जमीन को बंधक रखकर एक ट्रैक्टर रामनाथ और रामदयाल के नाम से निकाल लिया। ट्रैक्टर का उपयोग उपभोग रामनाथ द्वारा किया जाता रहा। ट्रैक्टर में रामदयाल की भी हिस्सेदारी है, इसकी कभी कोई जानकारी नहीं दी गई। मामले का खुलासा तब हुआ, राजस्व संग्रह अमीन उनके घर पहुंचा और जमीन पर लोन होने और 14 लाख लोन की रकम बकाया होने की जानकारी दी । पुलिस के मुताबिक मामले में धारा 420, 504 और 506 आईपीसी के तहत केस दर्ज कर छानबीन की जा रही है।
मृत व्यक्ति के नाम का आधार कार्ड बनवा हासिल किया चार लाख का कृषि लोन : विजय कुमार पुत्र स्व. केशरी निवासी परसोई थाना ओबरा ने दिए प्रार्थना पत्र में कहा है कि उसके गजाधर पुत्र युधिष्ठिर की मृत्यु वर्षों पहले हो चुकी है। उनकी मृत्यु के बाद उसके पिता और बड़े पिता का नाम दर्ज हुआ था। अब उन दोनों लोगों का भी निधन हो चुका है और उनकी जगह उनके विधिक वारिसों का नाम अंकित हुआ था। लेकिन संतोष कुमार पुत्र दुनिया प्रसाद निवासी परसोई ने रामकेवल पुत्र सुबेलाल निवासी नादेहरी थाना ओबरा के साथ मिलकर साजिश रखते हुए संबंधित खतौनी पर फर्जी तरीके से गजाधर पुत्र रामसुंदर का नाम दर्ज करा लिया गया। गांव में वर्तमान में गजाधर पुत्र रामसुंदर नाम का कोई व्यक्ति नहीं है। इसको देखते हुए गजाधर पुत्र रामसुंदर के नाम से रामकेवल पुत्र सुबेलाल का फर्जी आधार कार्ड बनवाया गया।
इसके जरिए 4,24,000/- (चार लाख चौबीस हजार रुपये) का कृषि ऋण इण्डियन बैंक शाखा अनपरा से ले लिया गया। इसके बाद केनरा बैंक की ओबरा शाखा में गजाधर के नाम से खाता खुलवाने का प्रयास किया जा रहा था। शक होने पर बैंक ने सत्यापन की प्रक्रिया अपनाई तब जाकर पीड़ितों को इसकी जानकारी हुई। पुलिस के मुताबिक मामले में कोर्ट की तरफ से दिए गए आदेश पर धारा 419, 420, 468, 471 आईपीसी के तहत केस दर्ज किया गया है। मामले की छानबीन कराई जा रही है।