Sonbhadra News: तस्करों के चंगुल से नाबालिगों को कराया गया मुक्त, ह्यूमन ट्रैफिकिंग मामले में दो गिरफ्तार

Sonbhadra News:14 नाबालिगों को चोपन रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया। सभी को झारखंड से आ रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के जरिए शामली ले जाया जा रहा था उसी दौरान संयुक्त टीम ने सभी को मुक्त करा लिया।

Update:2023-07-12 13:40 IST

Sonbhadra News: जिले में ह्यूमन ट्रैफिकिंग का एक बड़ा मामला सामने आया है। जिला बाल संरक्षण इकाई और मानव तस्कर रोधी इकाई के संयुक्त टीम ने मंगलवार की देर रात मजदूरी के नाम पर ले जाए जा रहे 14 नाबालिगों को चोपन रेलवे स्टेशन से बरामद कर लिया गया। सभी को झारखंड से आ रही स्वर्ण जयंती एक्सप्रेस के जरिए शामली ले जाया जा रहा था उसी दौरान संयुक्त टीम ने सभी को मुक्त करा लिया।

बालकों को लेकर जा रहे दो कथित तस्करों से पूछताछ की जा रही है। फिलहाल नाबालिगों को मजदूरी के नाम पर ले जाए जाने की बात सामने आई है। शामली से उन्हें कहीं ले जाया जाना था या कुछ और मामला था इसको लेकर भी छानबीन जारी है।

बतौर जिला बाल संरक्षण अधिकारी टीम की अगुवाई कर रहे जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा ने बताया कि मंगलवार को रात 10 बजे के करीब सूचना मिली कि चोपन रेलवे स्टेशन से 14 नाबालिगों को दो व्यक्तियों द्वारा संदिग्ध परिस्थितियों में ले जाया जा रहा है। सूचना पर तत्काल संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉ यशवीर सिंह को सूचना दी गई और उनके निर्देश पर मौके के लिए टीम रवाना कर दी गई।

जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सुधांशु शेखर शर्मा की अगुवाई में जिला बाल संरक्षण इकाई से ओआरडब्ल्यू शेषमणि दुबे, महिला शक्ति केंद्र से जिला समन्वयक साधना मिश्रा, मानव तस्करी रोधी इकाई के प्रभारी निरीक्षक रामजी यादव, मुख्य आरक्षी धनञ्जय यादव रेलवे स्टेशन चोपन पहुंचे। वहां प्रभारी रेलवे सुरक्षा बल पोस्ट चोपन निरीक्षक अखिलेश सिंह, उप निरीक्षक प्रशांत कुमार, प्रभारी निरीक्षक चोपन विश्वनाथ सिंह भी पहुंचे। नाबालिक बच्चों को मजदूरी के नाम पर ले जा रहे लोगों से पूछताछ के बाद सभी नाबालिगों को विधिक संरक्षण में ले लिया गया।

नाबालिगों की उम्र महज 10 से 14 वर्ष

मौके पर की गई पूछताछ और जांच में सभी नाबालिगों की उम्र महज 10 से 14 वर्ष के मध्य पाई गई। बच्चों के साथ जा रहे व्यक्तियों ने बताया कि बालकों को मजदूरी करवाने के उद्देश्य से स्वर्ण जयंती ट्रेन चोपन स्टेशन से जिला शामली ले जाया जा रहा था। मामले में विधिक कार्रवाई के लिए जहां नाबालिगों को मजदूरी के नाम पर ले जा रहे दोनों व्यक्तियों को जीआरपी चोपन को सौंप दिया गया। वहीं, नाबालिगों को जिला मुख्यालय लाकर बुधवार को बाल कल्याण समिति के सामने प्रस्तुत किया गया। समिति के निर्देश के बाद सभी को बालगृह बालक में आवासित करा दिया गया। नाबालिक बालकों को ले जाने जाने का मकसद सिर्फ मजदूरी कराना था या कुछ और था इसकी भी छानबीन की जा रही है।

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